Normal Delivery Possible After A Cesarean: किसी भी बात पर कोताही न बरतना मां और बच्चे दोनों के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है.
Normal Delivery After Cesarean: सी-सेक्शन डिलीवरी के बाद नॉर्मल डिलीवरी के लिए कुछ खास बातों का ध्यान रखना जरूरी है.
Is Normal Delivery Possible After A Cesarean? गर्भावस्था एक महिला के लिए जीवन भर याद रहने वाला समय होता है. इस समय उसके शरीर में तमाम बदलाव होते हैं. कभी वह गर्भवती (Consecutive Pregnancies) होने से बेहद खुश होती है तो कभी परेशान भी कि जल्दी से बस डिलीवरी हो जाए. आज की भागमभाग भरी जीवनशैली ने बहुत सी स्वास्थ्य सम्बंधी परेशानियां हो जाती हैं. लाइफस्टाइल के चलते महिलाओं के लिए और भी ज़्यादा दिक्कतें होती हैं. इसी बिज़ी वक्त में खुद को स्वस्थ्य रख पाना उनके लिए मुश्किल हो गया है और पहले की तरह नॉर्मल डिलीवरी करना नामुमकिन. ज्यादातर मामलों में Gynecologist ऑपरेशन से डिलीवरी ( C-section Delivery) करती हैं. इसके कई नुकसान होते हैं.
फीमेल कॉन्डोम इस्तेमाल करते वक्त ध्यान रखें ये बातें...
तो क्या पीरियड्स के दर्द से छुटकारा दिलाता है मीनोपॉज
लेकिन कई मामलों में अब महिलाएं अपना दूसरा बच्चा नॉमर्ल डिलीवरी (Vaginal Birth After Cesarean, VBAC) से करना चाहती हैं. पर एक मिथ है कि पहला बच्चा अगर C-section से हुआ है तो दूसरे बच्चे का vaginal birth तकरीबन नामुमकिन होता है. जबकि ऐसा बिलकुल नहीं है. चलिए हम आपको बताते हैं कि ऑपरेशन से डिलीवरी के बाद कैसे दूसरा बच्चा नॉर्मल डिलीवरी (Normal Delivery or Vaginal Birth After Cesarean) से हो सकता है.
Placenta Previa: क्या है प्लेसेंटा प्रिविया, इसके लक्षण, बचाव और उपचार
वर्ल्ड ब्रेस्टफीडिंग वीक: क्या Breastfeeding वाकई मुश्किल है, आंकडे तो यही कहते हैं...
सी-सेक्शन डिलीवरी (c-section delivery) के बाद नॉर्मल डिलीवरी के लिए कुछ खास बातों का ध्यान रखना जरूरी है. इससे जुड़े कई सवालों पर सलाह लेने के लिए हम पहुंचे डॉक्टर बंदना सोधी के पास. उन्होंने बताया कि सिजेरियन के बाद अगर आप वजाइनल डिलीवरी करना चाहते हैं तो इसके लिए कुछ खास बातों का ध्यान रखना होगा-
1. दोनों गर्भावस्थाओं के बीच का अंतर (The gap between the two pregnancies):
अगर आप सी-सेक्शन के बाद सामान्य डिलीवरी का विकल्प अपनाना चाहते हैं तो इसके लिए सबसे पहले इस बात पर ध्यान देना होगा कि आपकी दोनों प्रेग्नेंसिज के बीच में कितना अंतराल है. कम से कम 18 महीने का अंतर होना जरूरी माना गया है.
भारत में हर 5वीं औरत को है यह बीमारी, जानें इससे बचने के उपाय
2. नौंवे महीने में बच्चे का वजन (Weight of the baby in the 9th month):
अगर वजाइनल बर्थ का विकल्प चुनना है तो इसके लिए नौंवे माह में बच्चे के वजन पर नजर रखना जरूरी है. बच्चे का वजन काफी हद तक यह तय करता है कि डिलीवरी नॉर्मल होगी या सिजेरियन से.
Benefits Of Garlic: खाली पेट लहसुन खाने से होते ये 7 'चमत्कारिक' फायदे...
कर रही हैं फैमिली प्लानिंग तो इस बात पर जरूर दें ध्यान, बहुत जरूरी है यह काम...
क्यों होता है डायबिटीज, मधुमेह के प्रकार और ब्लड शुगर लेवल को कम करने के घरेलू नुस्खे
3. बच्चे की स्थिति (Position of the baby): डिलीवरी के समय बच्चे का सिर नीचे की तरफ होना चाहिए. ऐसा न होने पर स्थिति cesarean delivery की ओर ज्यादा झुक जाती है.
4. पहली प्रेगनेंसी (First Pregnancy) के दौरान आखिर क्यों सिजेरियन करना पड़ा इसके पीछे के कारणों को भी नजर में रखा जाता है. इस बात का पूरा ध्यान दिया जाता है कि इस बार भी वही कारण न बने हुए हों.
भारत में हर तीसरी औरत को होता है यहां दर्द, क्या है वजह
टाइफाइड के इलाज के लिए ये हैं 5 बेस्ट होम रेमेडी... ट्राई ज़रूर करें
6. आपके पिछले घाव कितने भर चुके हैं इस बात का भी पूरा ध्यान रखा जाता है.
किसी भी बात पर कोताही न बरतना मां और बच्चे दोनों के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है. इसलिए अगर आप सी-सेक्शन डिलीवरी (cesarean delivery) के बाद सामान्य डिलीवरी चाहती हैं तो अपनी डॉक्टर (Obstetrics and Gynaecology) से अच्छी तरह समझ लें कि आपके लिए यह कितना कारगर होगा और कितना नहीं.
और खबरों के लिए क्लिक करें.
ये भी पढ़ें:
टालना चाहती हैं पीरियड्स, तो अपनाएं ये 5 घरेलू नुस्खे
इन 4 चीजों से पल में हवा होगी एसिडिटी, यहां हैं घरेलू नुस्खे...
Shatavari: क्या हैं सेक्स पावर बढ़ाने के लिए मशहूर शतावरी के फायदे और नुकसान...
श्रद्धा कपूर को हुआ डेंगू, तो रुकी 'साइना' की शूटिंग | पढ़ें डेंगू से बचने के घरेलू उपाय
शकरकंदी के फायदे: डायबिटीज को करे कंट्रोल, ब्लड शुगर को रखे सही...
Thyroid Remedies: ये 5 चीजें करेंगी थाइराइड को दूर, आज ही आजमाए
NDTV Doctor Hindi से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें Facebook पर ज्वॉइन और Twitter पर फॉलो करें... साथ ही पाएं सेहत से जुड़ी नई शोध और रिसर्च की खबरें, तंदुरुस्ती से जुड़े फीचर्स, यौन जीवन से जुड़ी समस्याओं के हल, चाइल्ड डेवलपमेंट, मेन्स हेल्थ, वुमन्स हेल्थ, डायबिटीज और हेल्दी लिविंग अपडेट्स.