तनावपूर्ण स्थिति या बुरे अनुभव के दौरान हमारा शरीर अलग तरह से प्रतिक्रिया देने लगता है, जिसे एंग्जाइटी (Anxiety) कहा जाता है. हम अपने जीवन के अलग-अलग चरणों के दौरान बहुत-सी चीजों के बारे में सोचते हैं, बच्चों को अपने एग्जाम की चिंता हो सकती है, जबकि वयस्क लोगों को नौकरी या पारिवारिक जिम्मेदारियों की चिंता सता सकती है.
कैफीन को डेली रूटिन से दूर करके एंग्जाइटी को कंट्रोल किया जा सकता है
तनावपूर्ण स्थिति या बुरे अनुभव के दौरान हमारा शरीर अलग तरह से प्रतिक्रिया देने लगता है, जिसे एंग्जाइटी (Anxiety) कहा जाता है. हम अपने जीवन के अलग-अलग चरणों के दौरान बहुत-सी चीजों के बारे में सोचते हैं, बच्चों को अपने एग्जाम की चिंता हो सकती है, जबकि वयस्क लोगों को नौकरी या पारिवारिक जिम्मेदारियों की चिंता सता सकती है. हम अपनी इन चिंताओं से निजात पाने का हर संभाव प्रयास करते हैं, लेकिन जब ये हमारे ऊपर अत्यधिक हावी हो जाती हैं, तो यह एंग्जाइटी (Anxiety) का रूप ले लेती है.
क्या आप सोचते हैं जरूरत से ज्यादा?
अगर आपको लगता है कि आप छोटी-छोटी बातों पर बहुत ज्यादा परेशान हो जाते हैं, तो इससे निजात पाने के लिए हम आपको 7 टिप्स बता रहे हैं.
1. टहलने जाएं-
यदि आप किसी बेहद गंभीर मुद्दे के कारण एंग्जाइटी(Anxiety) महसूस कर रहे हैं और यह आपको अधिक परेशान कर रहा है, पर हाल-फिलहाल में आप कुछ नहीं कर सकते हैं, तो रिलैक्स करें, बाहर टहलने निकल जाएं. यदि आप अपना ध्यान डायवर्ट नहीं कर पा रहे हैं, तो खुली हवा में वॉक करें, प्रकृति में अपना ध्यान लगाएं.
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2. 4-4-4 गेम ट्राई करें-
ये तकनीक आपको अजीब लग सकती है लेकिन ये वाकई आपकी मदद कर सकती है.
- चारों और घूमें और उन 4 चीजों का नाम लें, जो आपको दिखाई दे रही हैं.
- उन 4 ध्वनियों को सूचिबद्ध करें, जो आपको सुनाई दे रही हैं.
- अब अपने शरीर के उन चार हिस्सों को एक-एक करके हिलाएं, जिन्हें आप महसूस कर पा रहे हैं, जैसे हाथ, कलाई, जीभ आदि
जब आप बहुत सारी चीजों के बारे में अधिक सोचने लगते हैं तो यह तकनीक आपके दिमाग को एक ही दिशा में ध्यान केंद्रित करने में मदद करती है.
3. मन को सुकून देने वाले गाने सुनें-
यह सबसे सुकूनदायक प्रयासों में से एक है. जब भी आप बहुत चिंतित होते हैं या तनाव महसूस करते हैं, तो साउंड थेरेपी इसे कम करने का एक शानदार तरीका हो सकता है. अपने मन को शांत करने वाले कुछ गानों की अपनी प्लेलिस्ट बनाएं या अपने दिमाग को रिलैक्स करने के लिए वैज्ञानिक रूप से बताई गई कुछ साउंड को आजमाएं. इसके लिए दिए गए लिंक पर क्लिक करें https://bit.ly/2JYrovi
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4. ध्यान करना शुरू करें-
खुद को हेल्दी रखने से लम्बे समय तक स्वस्थ रहने में लाभ मिलता है. बार-बार गहरी सांस लेने से दिमाग पर कंट्रोल पाने और मैडिटेशन से बॉडी को शांत करने में मदद मिलती है.
5. शूगर का सेवन कम करें
यह आपको मजेदार लग सकता है. जब आप कम तनाव में होते हैं तो मीठा खाने लगते हैं, इससे आप कम तनावपूर्ण महसूस कर सकते हैं, लेकिन जब एंग्जाइटी (Anxiety) की बात आती है तो मीठा खाने से आपको बचना चाहिए. शोधकर्ताओं के अनुसार एंग्जाइटी होने पर बहुत अधिक चीनी का सेवन शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है और तनाव को भी बढ़ा सकता है, इस प्रकार अपनी डाइट में शुगर को कम करने पर एंग्जाइटी को कम करने में मदद मिल सकती है.
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6. शेड्यूल बनाएं-
एंग्जाइटी (Anxiety) वाले लोग अक्सर अपरिहार्य व्यवहारों में जकड़ जाते हैं, ऐसे में इससे छुटकारा पाने के लिए लिस्ट बनाना इस परिस्थिति से निपटने के सबसे प्रभावी तरीकों में से एक हो सकता है. अपनी बॉडी पर कंट्रोल पाने के लिए ऐसा प्रोग्राम बनाना चाहिए, जिसमें एक निश्चित समय पर सोना, जल्दी उठना और हेल्दी डाइट लेना शामिल हैं. यह रणनीति आपको आत्मनिर्भर बनाने में मदद करती है.
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7. कैफीन से बचें
भले ही आपकी एंग्जाइटी, प्रेशर और नींद की कमी के कारण हो, कैफीन आपको अस्थायी रूप से काम करने में मदद कर सकता है, लेकिन रेगुलर इसका सेवन बॉडी और दिमाग के लिए बेहद हानिकारक है. जिन लोगों को एंग्जाइटी होती है, उन लोगों की बॉडी कैफीन के कारण कांपने लगती है. कई रिसर्च में ये भी पता चला है कि कैफीन एंग्जाइटी विकार पैदा कर सकता है या इसे बदत्तर बना सकता है. इसलिए, कैफीन को अपने डेली रूटिन से दूर करके आप एंग्जाइटी को बेहतर तरीके से कंट्रोल कर सकते हैं.
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