संगठनात्मक कौशल मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ा हुआ है. एडीएचडी प्रमुख मानसिक बीमारियों में से एक है. इसमें रोगी में संगठनात्मक कौशल में कमी होती है.
संगठनात्मक कौशल मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ा हुआ है. एडीएचडी प्रमुख मानसिक बीमारियों में से एक है. इसमें रोगी में संगठनात्मक कौशल में कमी होती है. अटेंशन डेफिसिट हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर एक बहुत ही सामान्य मानसिक विकार है, जो आमतौर पर बचपन में होता है. इसे हमेशा एक व्यक्ति की व्यवहार क्षमता से संबंधित माना गया है, लेकिन हाल के वर्षों में, यह मस्तिष्क कोशिकाओं की रासायनिक संरचना के साथ एक समस्या के रूप में भी उभरकर सामने आया है.
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एडीएचडी से परेशान व्यक्ति की बौद्धिक क्षमता को नहीं आंका जा सकता, क्योंकि इसके कई अन्य लक्षण भी हो सकते हैं. एडीएचडी से पीड़ित बच्चों का अक्सर व्यवहार अलग हो सकता है, क्योंकि वे अलग-अलग समय पर कम या अधिक प्रेरित होते हैं. आमतौर पर, ऐसे बच्चे उन विषयों पर ध्यान केंद्रित करने में बहुत समय लेते हैं, जिनमें उनकी रुचि नहीं होती.
कुछ बच्चे, जो एडीएचडी से पीड़ित नहीं हैं, कई बार उनका भी काम में ध्यान नहीं लग पाता, लेकिन उनके अंदर कार्यों के बीच अंतर करने की क्षमता होती है. एडीएचडी से पीड़ित लोगों में इस क्षमता की कमी होती है. भारत में किए गए एक अध्ययन के अनुसार, प्राथमिक स्कूल के बच्चों में एडीएचडी से 11.32 फीसदी बच्चे पीड़ित थे. इससे महिलाओं (33.3%) की तुलना में पुरुष (66.7%) अधिक परेशान थे. हालांकि एडीएचडी के लक्षण बचपन से शुरू होते हैं, लेकिन यह वयस्क होने तक भी जारी रह सकते हैं.
इस विकार के कुछ प्रमुख लक्षण इस प्रकार हैं:
- महत्व के विषय से आसानी से विचलित होना
- खराब ऑर्गेनाइजेशन स्किल
- निर्देशों का पालन करने में कठिनाई होना
- अपनी बारी का इंतजार करने में असमर्थता
- याद्दाश्त कम होना
- अत्यधिक बात करना
ADHD से जुड़ी चुनौतियां
एडीएचडी अन्य सामान्य मानसिक मुद्दों जैसे डिप्रेशन, (ओसीडी) ऑब्सेसिव कंपल्सिव डिसऑर्डर और डिस्लेक्सिया या डिस्केल्किया के साथ भी हो सकता है.
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1. डिप्रेशन
अति सक्रियता और फोकस न होने के कारण, एडीएचडी से पीड़ित लोग आमतौर पर अपने स्कूल और काम के माहौल में कठिनाइयों का सामना करते हैं, क्योंकि वे अच्छा प्रदर्शन करने में असमर्थ होते हैं और अक्सर अपनी नौकरी से हाथ धो बैठते हैं या स्कूल में साथियों द्वारा तंग आ जाते हैं, जिससे वह डिप्रेशन के शिकार हो जाते हैं.
2. (OCD) जुनूनी-बाध्यकारी विकार
लगभग पचास से अस्सी प्रतिशत लोग ओसीडी के साथ एडीएचडी से भी परेशान हो सकते हैं. हालांकि, एडीएचडी के लक्षण ओसीडी के लक्षणों से अलग हो सकते हैं. ओसीडी में, लोग लगातार आते विचारों से पीड़ित होते हैं, इसके बाद अनिवार्य कार्य करते हैं. वहीं एडीएचडी वाले लोग अक्सर उन कार्यों को बार-बार करने की कोशिश करते हैं, जो वे पहली बार अच्छे से नहीं कर पाए हैं. इस वजह से, दोनों के लक्षण अलग-अलग होते हैं.
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3. सीखने की अक्षमता
ADHD को सीखने की अक्षमता नहीं माना जा सकता है, लेकिन यह डिस्लेक्सिया या डिस्क्लेकुलिया जैसी सीखने की कुछ चुनौतियों एक-साथ हो सकती हैं. डिस्लेक्सिया से पीड़ित लोगों को शब्दों को पढ़ने या वर्तनी में कठिनाई होती है, जबकि डिस्केलेकिया में अक्सर लोग संख्याओं को समझने दिक्कत का सामना करते हैं. ये दोनों चुनौतियां किसी विषय पर ध्यान केंद्रित करने और इसे पूरी तरह से समझने में भी बाधा उत्पन्न करती हैं.
ADHD से जुड़ने वाली इन सभी स्थितियों को ADHD के इलाज के साथ हल किया जा सकता है.
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