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पैरों और जोड़ों में दर्द इन 6 बीमारियों का संकेत हो सकता है

  • गठिया ऐसा रोग जो आपकी हड्डियों या जोड़ों को प्रभावित करती हैं. इसके होने पर आपके जोड़ों में और उसके आसपास सूजन और दर्द रह सकता है. यहां तक कि आपको चलने फिरने में भी काफी तकलीफ होती है. लेकिन आप अपनी लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव कर के इस बीमारी से उबरने में मदद मिल सकती है.
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    गठिया ऐसा रोग जो आपकी हड्डियों या जोड़ों को प्रभावित करती हैं. इसके होने पर आपके जोड़ों में और उसके आसपास सूजन और दर्द रह सकता है. यहां तक कि आपको चलने फिरने में भी काफी तकलीफ होती है. लेकिन आप अपनी लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव कर के इस बीमारी से उबरने में मदद मिल सकती है.

  • जब एक हर्नियेटेड डिस्क आपके साइटिका तंत्र पर दबाव डालती है, तब ऐसी स्थिति पैदा होती है. ऐसा होने पर पैरो में दर्द, झुनझुनी और पैर सुन्न होने जैसे लक्षण नजर आते हैं.
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    जब एक हर्नियेटेड डिस्क आपके साइटिका तंत्र पर दबाव डालती है, तब ऐसी स्थिति पैदा होती है. ऐसा होने पर पैरो में दर्द, झुनझुनी और पैर सुन्न होने जैसे लक्षण नजर आते हैं.

  • नाम से पता चल रहा है कि इस स्थिति में सबसे ज्यादा प्रभाव आपके मस्तिष्क या रीढ़ की हड्डी के बाहर की नसों पर पड़ता है. पेरिफेरल नर्व्स का काम आपके ब्रेन और रीढ़ की हड् को संदेश भेजना होता है. ऐसी स्थिति में पैर की मांसपेशियां प्रभावित हो सकती हैं साथ ही उन्हें सुन्न या कमजोर बना सकता है.
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    नाम से पता चल रहा है कि इस स्थिति में सबसे ज्यादा प्रभाव आपके मस्तिष्क या रीढ़ की हड्डी के बाहर की नसों पर पड़ता है. पेरिफेरल नर्व्स का काम आपके ब्रेन और रीढ़ की हड् को संदेश भेजना होता है. ऐसी स्थिति में पैर की मांसपेशियां प्रभावित हो सकती हैं साथ ही उन्हें सुन्न या कमजोर बना सकता है.

  • हमारे शरीर के लिए इलेक्ट्रोलाइट्स सोडियम, कैल्शियम और पोटेशियम जैसे जरूरी खनिजों की आवश्यक्ता होती है. इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन से पैरों में दर्द होने के साथ ही मांसपेशियों में क्रैम्प्स भी हो सकते है. इलेक्ट्रोलाइट्स का लेवल कम होने पर दस्त, कब्ज, भ्रम, सुस्ती, मतली जैसे लक्षण नजर आते हैं.
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    हमारे शरीर के लिए इलेक्ट्रोलाइट्स सोडियम, कैल्शियम और पोटेशियम जैसे जरूरी खनिजों की आवश्यक्ता होती है. इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन से पैरों में दर्द होने के साथ ही मांसपेशियों में क्रैम्प्स भी हो सकते है. इलेक्ट्रोलाइट्स का लेवल कम होने पर दस्त, कब्ज, भ्रम, सुस्ती, मतली जैसे लक्षण नजर आते हैं.

  • यह आपके शरीर के उस हिस्से को प्रभावित कर सकता है जहां एक मांसपेशी एक हड्डी को जोड़ती है. यह एक कारण भी आपके पैरो में दर्द की वजह बन सकता है.
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    यह आपके शरीर के उस हिस्से को प्रभावित कर सकता है जहां एक मांसपेशी एक हड्डी को जोड़ती है. यह एक कारण भी आपके पैरो में दर्द की वजह बन सकता है.

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