आपको आपके माता-पिता और दादा-दादी ने अनार के बारे में कई बार बताया होगा. अनार प्रोटीन, फाइबर, विटामिन सी, विटामिन के, फोलेट और पोटैशियम जैसे पोषक तत्वों का एक पावरहाउस है.

अनार में फैट बहुत कम होता है.
आपको आपके माता-पिता और दादा-दादी ने अनार के बारे में कई बार बताया होगा. अनार प्रोटीन, फाइबर, विटामिन सी, विटामिन के, फोलेट और पोटैशियम जैसे पोषक तत्वों का एक पावरहाउस है. अनार की स्किन थोड़ी मोटी होती है. इस फल के अंदरूनी हिस्से में लाल, रसदार और खाद्य बीज होते हैं. अनार को दाने या जूस के रूप में लिया जा सकता है. हेल्थ एक्स्पर्ट जूस की बजाए इसे रॉ खाने की सलाह देते हैं. हालांकि, यदि एक नए अध्ययन पर विश्वास किया जाए, तो अनार का रस हेल्दी हो सकता है, खासकर शिशुओं के लिए. जर्नल प्लोस वन में प्रकाशित एक अध्ययन में बताया गया है कि अनार शिशुओं के दिमाग को विकसित करने में मदद कर सकता है.
बाहर का खाना खाने के बावजूद नहीं बढ़ेगा वजन, अपनाए ये टिप्स
अध्ययन में शोधकर्ताओं ने गर्भावस्था के दौरान अनार के रस के लाभों के बारे में भी बताया. जिन माताओं के बच्चे में अंतर्गर्भाशयी विकास प्रतिबंध (IUGR) का पता चला था, उन्होंने पाया कि गर्भावस्था के दौरान अनार का रस पीने से शिशुओं पर सुरक्षात्मक प्रभाव पड़ सकता है. यह उन माताओं को बेहतर मस्तिष्क विकास और मस्तिष्क कनेक्टिविटी में मदद कर सकता है, जो रोजाना अनार का रस पीती हैं.
ये हैं अनार के अन्य फायदे
न्यूट्रीशनिस्ट नमामी अग्रवाल कहती हैं कि अनार हमें कई तरह के फायदे देता है. इसके जूस के भी कई फायदे होते हैं. इस सुपर पौष्टिक फल का जूस निकालते समय इसमें से पल्प हटा दिया जाता है और इसमें चीनी मिलाई जाती है.
1. अनार में कई एंटी-इंफ्लामेट्री गुण होते हैं और यह मानव शरीर को विभिन्न रोगों जैसे टाइप-2 मधुमेह और मोटापे से भी बचा सकता है.

अनार ब्लड शूगर के लेवल को नियमित कर सकता है. Photo Credit: iStock
2. अनार के नियमित सेवन से आंत के स्वास्थ्य में सुधार होता है, पाचन और आंत्र रोगों से दूर रहने में मदद मिलती है.
3. नमामी कहती हैं, अपने डेली डाइट में इसे शामिल करने से ब्लड सर्कुलेशन को नियमित करने में भी मदद मिलती है.
4. अनार विभिन्न विटामिन और खनिजों का एक बड़ा स्रोत है, जो कैंसर और हृदय रोग को दूर रखने में मदद करता है.
ग्रीन टी के हैं कई फायदे, डार्क सर्कल को करती है दूर, एक्ने भी नहीं करेंगे परेशान
5. फाइबर की अधिक मात्रा होने के कारण, यह मल त्याग को सुचारू करने में भी मदद करता है, जो आगे कब्ज के इलाज में फायदेमंद होता है.
6. दिल्ली स्थित पोषण विशेषज्ञ का कहना है कि 2 सप्ताह तक अनार का नियमित सेवन ब्लड प्रेशर के लेवल को बनाए रखने में मदद करता है.

अनार बीपी को कंट्रोल करने में मदद कर सकता है. Photo Credit: iStock
नमामी कहती हैं, 2 सप्ताह तक रोजाना एक कप अनार खाने से आपको फर्क नजर आने लगेगा. एक कप अनार में लगभग 174 कैलोरी और बहुत कम वसा होती है और इस प्रकार, इससे वजन घटाने को बढ़ावा मिलता है.
वह निम्नलिखित 3 तरीके बताती है, जिनके जरिए आप अपनी डाइट में अनार शामिल कर सकते हैं:
1. सलाद टच: अनार के कुछ दानों को सलाद में डालें और रोजाना अपने खाने में इसका सेवन करें.
2. दही मैच-अप: सादी दही में बीज मिलाना वजन घटाने के लिए अनार खाने का एक प्रभावी तरीका है.
यह अमेजिंग स्पाइस कम करेगी वजन, कंट्रोल होगा डायबिटीज, पीसीओडी की समस्या करेगी दूर
3. साल्सा डिप: अनार साल्सा एक और टेस्टी और हेल्दी तरीके से अनार को अपनी डाइट में शामिल करने का तरीका है.
(नमामी अग्रवाल नमामी लाइफ में न्यूट्रीशनिस्ट हैं)
(न्यूज एजेंसी ANI से इनपुट)
NDTV Doctor Hindi से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें Facebook पर ज्वॉइन और Twitter पर फॉलो करें... साथ ही पाएं सेहत से जुड़ी नई शोध और रिसर्च की खबरें, तंदुरुस्ती से जुड़े फीचर्स, यौन जीवन से जुड़ी समस्याओं के हल, चाइल्ड डेवलपमेंट, मेन्स हेल्थ, वुमन्स हेल्थ, डायबिटीज और हेल्दी लिविंग अपडेट्स.