मधु झा ने पहली बार साल 2018 में बॉडी बिल्डिंग कॉम्पिटीशन में भाग लिया.
मधु झा भारत की पहली महिला एनबीबीयूआई (नेचुरल बॉडी बिल्डिंग यूनियन इंटरनेशनल) प्रो कार्ड होल्डर हैं.
उम्र: 30 साल
कद: 5 फुट 6 इंच
रंग: गोरा
काम: एक फैशन पसंद डिज़ाइनिंग टीचर
यह यकीनन आपको एक आम लड़की का ब्योरा लगा होगा. अब जरा इस पर नजर ड़ालें-
उम्र: स्ट्रॉन्ग 30 साल
कद: मजबूती से खड़ी 5 फुट 6 इंच
रंग: कड़क गोरा
काम: मजबूत और मस्कुलर शरीर वाली बॉडी बिल्डर...
दोनों बार एक ही लड़की के बारे में बात की गई है. जी हां, एक ऐसी लड़की जो है तो आम, लेकिन जिसने आप लड़कियों से हट कर कुछ ऐसा कर दिखाया कि मिसाल बन गई है. हम बात कर रहे हैं भारत की पहली महिला एनबीबीयूआई (नेचुरल बॉडी बिल्डिंग यूनियन इंटरनेशनल) प्रो कार्ड होल्डर मधु झा (Madhu Jha) की. प्रो कार्ड होल्डर होने का मतलब है कि मधु झा प्रोफेशनल बॉडी बिल्डिंग कॉम्पिटीशन (Professional bodybuilding competition) में भारत का प्रतिनिधित्व कर सकती हैं.
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कैसे एक 85 किलो की लड़की बन गई बॉडी बिल्डर (How Madhu lose 30kg weight)
आज से तीन साल पहले मधु 85 किलो की एक आम लड़की थी. लाइफस्टाइल ऐसा हुआ कि वजन ने जो एक बार बढ़ना (Weight gain) शुरू किया तो रुकने का नाम नहीं लिया. फिर भी अपनी जिंदगी से खुश मधु फैशन डिजाइनिंग के क्षेत्र में आगे बढ़ती रहीं. लेकिन वो कहते हैं न हैप्पी लाइफ के लिए हेल्दी लाइफ बहुत जरूरी है. बस यही मधु के लिए परेशानियां भी पैदा होने लगी. मधु का बढ़ता वजन उन्हें कई बीमारियों की ओर ले जा रहा था.
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वो 21 दिन (Weight loss)
मां और बहन ने जब देखा कि मधु की सेहत प्रभावित हो रही है तो उसे जबरन जिम भेजा गया. बकौल मधु झा जिम वे बिलकुल बेमन गई थीं. और एक दिन के बाद दूसरे दिन उन्होंने दोस्तों के साथ पार्टी के लिए जिम से कल्टी भी मार ली... जब तीसरे दिन मधु जिम पहुंची तो उनके ट्रेनर ने उनसे बात की और बस 21 दिन मांगे ताकी. मधु ने फिर बेमन से ट्रेनर को एक चांस दिया... लेकिन वो 21 दिन मधु के लिए लाइफ चेंजिंग रहे. इन 21 दिनों में मधु जिम के प्यार में पड़ चुकी थीं और उनके शब्दों में कहें तो उन्हें जिम की लत लग चुकी थी और वे यह समझ चुकी थीं कि यही उनका मोटिव है...
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यूं शुरू हुआ कॉम्पिटीशन
मधु झा ने पहली बार साल 2018 में बॉडी बिल्डिंग कॉम्पिटीशन में भाग लिया. यह भी अपने ट्रेनर के कहने पर और इसकी तैयारी उन्होंने अपने ट्रेनर रजत सर और बिंदिया मैम के साथ की. मधु कहती हैं कि उनकी मेहनत का ही नतीजा है कि वे इस आयाम तक पहुंच पाईं. साल 2018 में नोएडा में फ़िटलाइन क्लासिक फ़िटनेस कॉम्पिटीशन हुआ. इसी में वे फ़ाइनल तक पहुंची और ठीक इसके एक हफ्ते बाद मुध झा बनीं भारत की पहली महिला एनबीबीयूआई (नेचुरल बॉडी बिल्डिंग यूनियन इंटरनेशनल) प्रो कार्ड होल्डर.
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कैसी होती है एक्सरसाइज (Bodybuilding Exercises)
मधु सुबह से शाम तक बतौर डिज़ाइनिंग टीचर काम करती हैं और इसके बाद शाम से शुरू होता है मधु का जुनून यानी जिम. मधु कहती हैं कि अगर वे जिम न जाएं तो उन्हें बैचेनी होने लगती. मधु का एक्सरसाइज रुटीन थोड़ा अलग है. वे रोज कार्डियो करती हैं. पुशअप, वेट ट्रेनिंग के साथ वे अपने एब्स पर भी रोज काम करती हैं. क्योंकि मधु एक बॉडी बिल्डर है तो उनकी एक्सरसाइज बॉडी को शेप में रखने के साथ ही साथ मसल्स बनाने पर भी फोकस होती हैं.
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