छह सालों में आए बदलाव को जानने के लिए प्रत्येक चार से छह साल का वजन माप लिया गया और लंबी अवधि के लिए 40 साल से ज्यादा की उम्र के बाद का माप लिया गया.
बढ़ा हुआ वजन एक समस्या है. यह कई बीमारियों को बुलावा देता है. यही वजह है कि वजन को नियंत्रण में रखने की सलाह दी जाती है. लेकिन जरूरत से ज्यादा वजन कम होना भी ठीक नहीं. जरूरत से ज्यादा वजन कम होने को स्वस्थ माना जा सकता है, जिस पर शोधकर्ताओं ने दावा किया कि इससे बुजुर्गो की हड्डियों की सघनता, बनावट और मजबूती में कमी हो सकती है. एक अध्ययन के मुताबिक, कंकाल में परिवर्तन के परिमाण नैदानिक रूप से महत्वपूर्ण थे और जिन 40 वर्षो की उम्र से अधिक लोगों ने पांच प्रतिशत या उससे अधिक वजन कम किया, उन लोगों में फ्रैक्चर के जोखिम में लगभग तीन गुना वृद्धि हुई.
बुजुर्गों में दीर्घकालिक और हाल ही में वजन कम करने को निम्न कॉर्टिकल घनत्व और मोटाई, अधिक कॉर्टिकल पोरोसिटी और निम्न घनत्व एवं संख्या के साथ जुड़ा पाया गया.
अमेरिकी की एजिंग रिसर्च के लिए हिब्रू सीनियरलाइफ इंस्टीट्यूट के मुख्य शोधकर्ता डगलस पी. कील ने कहा, "हमने अपने शोध में पाया कि चार से छह साल की कम अवधि के दौरान वजन घटाने वाले पुरुषों व महिलाओं और 40 साल से अधिक उम्र के बाद वजन घटाने वाले पुरुषों व महिलाओं की हड्डियों की सूक्ष्म-बनावट में कमी देखी गई. जबकि वजन नहीं घटाने वाले व्यक्तियों में इस प्रकार की कमी नहीं देखी गई."
यह अध्ययन जर्नल ऑफ बोन एंड मिनरल रिसर्च में प्रकाशित हुई है, इसमें 70 साल की उम्र के औसत वाले 595 पुरुष और 796 महिलाएं शामिल थीं.
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हलिया छह सालों में आए बदलाव को जानने के लिए प्रत्येक चार से छह साल का वजन माप लिया गया और लंबी अवधि के लिए 40 साल से ज्यादा की उम्र के बाद का माप लिया गया.
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इनपुट आईएएनएस
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
बुजुर्गों में दीर्घकालिक और हाल ही में वजन कम करने को निम्न कॉर्टिकल घनत्व और मोटाई, अधिक कॉर्टिकल पोरोसिटी और निम्न घनत्व एवं संख्या के साथ जुड़ा पाया गया.
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अमेरिकी की एजिंग रिसर्च के लिए हिब्रू सीनियरलाइफ इंस्टीट्यूट के मुख्य शोधकर्ता डगलस पी. कील ने कहा, "हमने अपने शोध में पाया कि चार से छह साल की कम अवधि के दौरान वजन घटाने वाले पुरुषों व महिलाओं और 40 साल से अधिक उम्र के बाद वजन घटाने वाले पुरुषों व महिलाओं की हड्डियों की सूक्ष्म-बनावट में कमी देखी गई. जबकि वजन नहीं घटाने वाले व्यक्तियों में इस प्रकार की कमी नहीं देखी गई."
यह अध्ययन जर्नल ऑफ बोन एंड मिनरल रिसर्च में प्रकाशित हुई है, इसमें 70 साल की उम्र के औसत वाले 595 पुरुष और 796 महिलाएं शामिल थीं.
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हलिया छह सालों में आए बदलाव को जानने के लिए प्रत्येक चार से छह साल का वजन माप लिया गया और लंबी अवधि के लिए 40 साल से ज्यादा की उम्र के बाद का माप लिया गया.
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