Indian ketogenic Diet: हो सकता है कि भारतीय आहार पसंद करने वाले लोगों के लिए कीटो किसी सजा जैसा हो.
खास बातें
- कीटो डाइट में 70 प्रतिशत फैट और 25 प्रतिशत प्रोटीन होना चाहिए.
- कीटो डाइट में 5 प्रतिशत कार्बोहाइड्रेट होना चाहिए.
- कुछ भारतीय आहार ऐसे हैं जो कीटो डाइट में लिए जा सकते हैं
क्या आप वजन कम करने की कोशिश कर रहे हैं? कीटो डाइट कम कार्बोहाइड्रेट और हाई फैट वाली डाइट है जो वजन कम करने में आपकी मदद कर सकती हैं. वजन घटाने के अलावा, कीटो डाइट व्यक्ति के समग्र स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद होती है. इस डाइट पर रहने पर आपको हाई फैट वाले कुछ खाद्य पदार्थ जैसे एवोकाडो, खट्टा क्रीम, पनीर, मांस, अंडे और स्टार्च वाली सब्जियां खानी होती हैं. कीटो डाइट पर रहने पर कुछ लिक्विड डाइट भी लेनी होती है. कीटो डाइट में सिर्फ हेल्दी फैट को शामिल किया जाता है. हेल्दी फैट में शुद्ध घी, चीज़, नारियल तेल और मूंगफली के तेल जैसे पदार्थों को शामिल किया जाता है.जब कोई कीटो का पालन करता है, तो सुनिश्चित करें कि डाइट में कार्ब केवल 15 से 20%, 35% प्रोटीन और बाकी वसा होना चाहिए. कीटो में वसा का सेवन अधिक होता है, प्रोटीन की मात्रा मध्यम होती है और कर्ब्स सबसे कम. केटो डाइट में दलहन और अनाज से बचा जाना चाहिए. सपना कहती हैं कि कीटो डाइट के तहत कोई दाल नहीं खाई जाती, लेकिन कुछ बींस को शामिल किया जा सकता है. वह सुझाव देती हैं कि केटो डाइट में केवल प्रोटीन से भरपूर खाद्य पदार्थों को शामिल किया जाता है. इसमें कद्दू, बैंगन और पत्तेदार जैसी सब्जियां शामिल हैं. मटन, चिकन, मछली और अंडे भी प्रोटीन के अच्छे स्रोत हैं.
कीटोजेनिक डाइट मुख्य रूप से वजन घटाने में सबसे ज्यादा कारगर साबित होती है. इसमें आपका शरीर ऊर्जा के स्रोत के रूप में फैट का इस्तेमाल करता है. इस वजह से आपके शरीर का वजन घटता है. सोनाक्षी सिन्हा और अर्जुन कपूर जैसे सेलिब्रिटीज ने वजन घटाने के लिए कीटो डाइट का सहारा लिया. कीटो डाइट कम कार्बोहाइड्रेट की डाइट के तौर पर जानी जाती है. इस डाइट की मदद से शरीर ऊर्जा के उत्पादन के लिए लिवर में कीटोन उत्पन्न करता है. इस डाइट प्लान को कीटोजेनिक डाइट, लो कार्ब डाइट, फैट डाइट जैसे नामों से भी जाना जाता है. साधारण तौर पर जब आप ज्यादा कार्बोहाइड्रेट का खाना खाते हैं, तो आपका शरीर ग्लूकोज और इंसुलिन का उत्पादन करता है और चूंकि आपका शरीर ग्लूकोज को प्राथमिक ऊर्जा के रूप में इस्तेमाल करता है तो इसलिए आपके खाने में मौजूद फैट आपका शरीर संग्रहित कर लेता है. वहीं दूसरी ओर कीटो डाइट में कार्बोहाइड्रेट का सेवन कम करके फैट से ऊर्जा का उत्पादन किया जाता है. इस प्रक्रिया को कीटोसिस कहा जाता है. कीटो डाइट में फैट का सेवन ज़्यादा, प्रोटीन का मीडियम और कार्बोहाइड्रेट का कम सेवन किया जाता है. इस डाइट में लगभग 70 प्रतिशत फैट, 25 प्रतिशत प्रोटीन, और 5 प्रतिशत कार्बोहाइड्रेट होना चाहिए.
सर्दियों में कैसे करें त्वचा की देखभाल, यहां हैं 5 बेस्ट टिप्स
सर्दियों में डायबिटीज के मरीज दें ध्यान, 5 सब्जियां करेंगी ब्लड शुगर कंट्रोल
Indian ketogenic Diet: हो सकता है कि भारतीय आहार पसंद करने वाले लोगों के लिए कीटो किसी सजा जैसा हो. लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ भारतीय आहार भी ऐसे हैं जो कीटो डाइट में लिए जा सकते हैं और आपकी मुश्किल को आसान बना सकते हैं. तो चलिए देखते हैं ऐसे ही 5 आहारों के बारे में जो कीटो डाइट में भी हो सकते है शामिल.
कीटो डाइट में लिए जा सकने वाले भारतीय आहार - Indian dishes that are all keto-friendly:
1. बैंगन का भरता : पोषण से भरपूर और लो कार्बस डाइट के लिए बैंगन का भरता बेस्ट ऑप्शन है. भारतीय लोगों को भरता बेहद पसंद होता है. बैंगन का भरता रोटी और चावलों के साथ खाया जाता है. बैंगन की 100 ग्राम प्रोटीन में महज 6 ग्राम कार्बस होता है. जो दूसरी सब्जियों के मुकाबले कम है.
डायबिटीज को दूर भगा देंगी ये 4 आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां
डायबिटीज में आंवला के हैं कई फायदे, पढें
2. पनीर भुर्जी : अगर आप कीटो डाइट पर हैं तो पनीर आपका सबसे अच्छा दोस्त साबित हो सकता है. हर 100 ग्राम पनीर में 3.4 ग्राम कार्बस होते हैं. पनीर का इस्तेमाल भारतीय आहार में कई सब्जियों में इस्तेमाल किया जाता है. पनीर की सब्जी बनने में भी ज्यादा समय नहीं लेता और पोषण से भरपूर होता है. आप इसे सब्जी में पकाकर या सलाद में ले सकते हैं.
3. सरसों का साग : आमतौर पर उत्तर भारत में खाना पकाने के लिए सरसों के तेल का इस्तेमाल किया जाता है. सरसों के तेल के बहुत फायदे होते हैं. ठीक इसी तरह हरी सरसों के फायदे भी काफी हैं. सरसों में सेलेनियम और मैग्नीशियम होता है. यह सर्दियों में आपके लिए बेहद अच्छा साबित हो सकता है. क्योंकि इसकी एंटी इन्फ्लैमटॉरी क्वालिटी आपको गर्माहट का अहसास कराती है. हर 100 ग्राम कच्चे सरसों में 4.7 ग्राम कार्बस होता है.
4. अवियल: केरल में कई नारियल के दूध से तरह स्ट्रूज और क्यूरीज बनाई जाती हैं. यह सभी कीटो-फ्रेंडली हैं. अवियल भी ऐसी ही है. अवियल में काफी मात्रा में लोकल सब्जियां, बीन्स, डर्मस्टिक वगैरह को इस्तेमाल किया जाता है. अवियल को नारियल के तेल और करी पत्तियों के साथ बनाया जाता है. यह कीटो डाइट में आपको नया फ्लेवर दे सकता है.
Health Benefits of Radish: मूली खाने के 8 फायदे, बीमारियां होंगी दूर, चेहरे पर आएगा ग्लो
ब्लड शुगर का लेवल रहेगा कंट्रोल, ये 10 सप्लीमेंट्स अपनाकर देखें
5. पालक पनीर : पालक में आपको सेहतमंद बनाने के कई गुण होते हैं. पालक को स्पिंशिया आलेरिसिया (Spinacia Oleracea) के नाम से भी जाना जाता है. पालक में विटामिन के, एक और सी भरपूर मात्रा में होते हैं. इसके अलावा पालक में और भी कई गुण होते हैं. जैसे पालक मैग्नेशियम, आयरन और मैग्निज से भरपूर होती है. इस पत्तेदार सब्जी को खाने से आप कई तरह के फायदे उठा सकते हैं. यह आपकी आंखों के लिए फायदेमंद है. इसके साथ ही साथ पालक तनाव कम करती है और ब्लड प्रेशर को भी नियंत्रण में रखने में मददगार है. हर 100 ग्राम पालक में 3.6 ग्राम कार्बस होते हैं. जो इसे कीटो के लिए परफेक्ट बनाता है.
और खबरों के लिए क्लिक करें.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
NDTV Doctor Hindi से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें Facebook पर ज्वॉइन और Twitter पर फॉलो करें... साथ ही पाएं सेहत से जुड़ी नई शोध और रिसर्च की खबरें, तंदुरुस्ती से जुड़े फीचर्स, यौन जीवन से जुड़ी समस्याओं के हल, चाइल्ड डेवलपमेंट, मेन्स हेल्थ, वुमन्स हेल्थ, डायबिटीज और हेल्दी लिविंग अपडेट्स.