आईजीजी और आईजीएम क्या संकेत देते हैं?
Q: आईजीजी और आईजीएम क्या संकेत देते हैं? ये टेस्ट क्यों किए जाते हैं?
A:आईजीजी और आईजीएम इम्युनोग्लोबुलिन जी और इम्युनोग्लोबुलिन एम की शॉर्ट फॉर्म हैं. इम्युनोग्लोबुलिन को एंटीबॉडी के रूप में भी जाना जाता है और यह शरीर के इम्यूनिटी सिस्टम द्वारा उत्पादित पदार्थ जैसे बैक्टीरिया, वायरस, कवक या अन्य पदार्थों जैसे कि एनिमल डैन्डर या कैंसर कोशिकाओं के जवाब में उत्पन्न होते हैं. एंटीबॉडीज फॉरन सब्स्टन्स को मिलाते या जोड़ते हैं, जिससे ये इम्यूनिटी सिस्टम की सेल्स द्वारा नष्ट या बेअसर हो जाते हैं. एंटीबॉडी आमतौर पर हर प्रकार के फॉरन सब्स्टन्स के लिए विशिष्ट होती हैं, जैसे कि एक टुबर्क्युलोसिस बैक्टीरिया के जवाब में उत्पादित एंटीबॉडी केवल टुबर्क्युलोसिस के बैक्टीरिया से जुड़ी होती हैं. एंटीबॉडी भी एलर्जी प्रतिक्रियाओं में एक भूमिका निभाते हैं और कभी-कभी एक व्यक्ति के ऊतकों के खिलाफ उत्पन्न हो सकता है, जिसे आटोइम्यून डिजीज कहा जाता है. पांच प्रमुख प्रकार के एंटीबॉडी हैं - IgA, IgG, IgM, IgD और IgE. आईजीजी एंटीबॉडी सबसे छोटी एंटीबॉडी हैं और बॉडी के लिक्विड पदार्थों में पाए जाते हैं. ये दो हैवी और लाइट श्रृंखलाओं से बने होते हैं और प्रत्येक अणु में दो एंटीजन बिल्डिंग साइट होते हैं. ये सबसे अबन्डन्ट मात्रा में इम्युनोग्लोबुलिन हैं, शरीर में इसकी मात्रा 75-80 फीसदी होती है. आईजीजी एंटीबॉडी बैक्टीरिया और वायरल इंफेक्शन से लड़ने के लिए जरूरी हैं. आईजीजी एक प्रकार का एंटीबॉडी है, जो प्लेसेंटा को पार कर सकता है, इसलिए एक गर्भवती महिला के आईजीजी एंटीबॉडी भी बच्चे को जीवन के शुरुआती हफ्तों में सुरक्षित रखने में मदद कर सकते हैं. IgM एंटीबॉडी का सबसे बड़ा प्रकार है और यह बल्ड और लसीका द्रव में पाए जाते हैं और इंफेक्शन के जवाब में उत्पादित एंटीबॉडी का पहला प्रकार होते हैं. ये यौगिकों का उत्पादन करने के लिए अन्य प्रतिरक्षा प्रणाली कोशिकाओं का भी कारण बनते हैं जो इन्वैड कोशिकाओं को नष्ट कर सकते हैं. आईजीएम एंटीबॉडी आमतौर पर शरीर में सभी एंटीबॉडी के लगभग 5% से 10% तक होते हैं.