ब्रिटेन में कोविड-19 के मामलों में कमी देखने को नहीं मिल रही है. यहां कोरोना वायरस के मामलों में भारी वृद्धि के चलते अस्पतालों के लिए मुश्किल खड़ी हो गई है और स्थिति इस हद तक जा पहुंची है कि देश की राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा के प्रमुख को मंगलवार को यह तक कहना पड़ा कि राष्ट्र ‘‘फिर से संकट की स्थिति में है.’’
ब्रिटेन में कोविड-19 के मामलों में कमी देखने को नहीं मिल रही है. यहां कोरोना वायरस के मामलों में भारी वृद्धि के चलते अस्पतालों के लिए मुश्किल खड़ी हो गई है और स्थिति इस हद तक जा पहुंची है कि देश की राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा के प्रमुख को मंगलवार को यह तक कहना पड़ा कि राष्ट्र ‘‘फिर से संकट की स्थिति में है.''
देश में फिलहाल सामने आ रहे संक्रमण के मामलों में ज्यादातर वृद्धि वायरस के अत्यधिक घातक नए प्रकार की वजह से है.
राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) इंग्लैंड के अनुसार, सोमवार को अस्पतालों में 20,426 मरीजों का इलाज चल रहा था, जबकि इस साल 12 अप्रैल को बीमारी के पहली बार चरम पर पहुंचने के दौरान 18,974 रोगियों का इलाज चल रहा था.
फिलहाल सामने आ रहे संक्रमण के मामलों में ज्यादातर वृद्धि वायरस के अत्यधिक घातक नए प्रकार की वजह से है जिसकी वजह से देश में इस महीने के शुरू में पूर्ण लॉकडाउन लागू करना पड़ा और कई देशों ने अपने यहां ब्रिटेन से आने वाली उड़ानों पर रोक लगा दी.
एनएचएस के प्रमुख सर साइमन स्टीवंस ने कहा कि राष्ट्र ‘‘फिर से संकट की स्थिति में है.'' उन्होंने एक टीकाकरण केंद्र के दौरे के दौरान कहा, ‘‘यूरोप, और इस देश में भी कोरोना वायरस की दूसरी लहर के चलते हम फिर से संकट की स्थिति में हैं. हममें से अनेक ने अपने परिवार, मित्र और सहकर्मी गंवा दिए हैं-अनेक लोग चिंता, निराशा और हताशा के शिकार हो रहे हैं.''
हालांकि, उन्होंने चीजों के ठीक होने की उम्मीद व्यक्त की और कहा कि टीका अपूर्ति के साथ नए साल के वसंत के अंत तक स्थिति बदलने की शुरुआत होगी.
कोरोनावायरस गंभीर है, लेकिन इससे कहीं ज़्यादा खतरनाक महामारी फैल सकती है : WHO
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
NDTV Doctor Hindi से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें Facebook पर ज्वॉइन और Twitter पर फॉलो करें... साथ ही पाएं सेहत से जुड़ी नई शोध और रिसर्च की खबरें, तंदुरुस्ती से जुड़े फीचर्स, यौन जीवन से जुड़ी समस्याओं के हल, चाइल्ड डेवलपमेंट, मेन्स हेल्थ, वुमन्स हेल्थ, डायबिटीज और हेल्दी लिविंग अपडेट्स.