डाइट प्लान कई तरह के होते हैं जैसे- हाई प्रोटीन डाइट, लो कार्ब डाइट, इन्हें वजन कम करने के लिए विकल्प के तौर पर चुना जा सकता है. आइए आपको बताते हैं टॉप 6 डाइट प्लान के बारे में.

डाइट करने का मतलब हमेशा यह नहीं होता कि आप वजन कम करने के लिए ऐसा कर रहे हैं. डाइट का मतलब है अपने आहार को अपने शरीर के अनुसार और उसकी जरूरतों के अनुसार बनाना. संतुलित भोजन का सेवन करना और सही मात्रा में शारीरिक गतिविधि करते रहना वजन घटाने की कुंजी है. ऊर्जा के स्तर को बनाए रखने और स्वस्थ जीवन का नेतृत्व करने के लिए, हमारे शरीर को पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है. डाइट प्लान कई तरह के होते हैं जैसे- हाई प्रोटीन डाइट, लो कार्ब डाइट, इन्हें वजन कम करने के लिए विकल्प के तौर पर चुना जा सकता है. आइए आपको बताते हैं टॉप 6 डाइट प्लान के बारे में.
हार्डकोर शाकाहारी लोगों को कम वसा और हाई फाइबर वाला खाना वजन कम करने में मदद करता है. इस तरह की डाइट में हृदय रोगों और टाइप 2 डाइबिटीज का जोखिम भी काफी कम हो जाता है. इस आहार में पूरी तरह से मांस और डेयरी उत्पादों का सेवन वर्जित होता है.
प्रोटीन बेस्ड डाइट में 100 खाद्य पदार्थ शामिल होते हैं जो चार चरणों में विभाजित होते हैं- अटैक, क्रूज़, कन्सालिडेशन और स्थिरीकरण. पहले चरण में प्रोटीन लेने से 2-3 किलो वजन आसानी से चला जाता है. दूसरे चरण में, अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए 28 विशिष्ट सब्जियों का सेवन किया जाता है. स्थिरीकरण चरण में शुगर और स्टार्चयुक्त फूड्स को जोड़ा जाता है, जिसका उद्देश्य अतिरिक्त बढ़े वजन को कंट्रोल करना होता है. आखिरी चरण में कुछ नियमों का पालन करते हुए व्यक्ति जो चाहे वह खा सकता है.
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इस आहार योजना का फोकस आहार में कार्ब्स से छुटकारा पाना और प्रोटीन और वसा की खपत में वृद्धि करना होता है. इसी तरह डुकन आहार 4 भागों में विभाजित होती है. पहले चरण में दो हफ्तों तक 20 ग्राम कार्ब ली जाती है. बाकि अन्य चरणों में शरीर में हेल्दी कार्ब्स की पूर्ति की जाती है. लो-कार्ब डाइट होने के नाते यह पेट की वसा को कम करने में सहायक हो सकती है.
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अपनी बॉडी में से एक्स्ट्रा वसा को हटाने के अलावा, यह आहार पुराने रोगों के जोखिम को भी कम कर सकता है और आपके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार भी लाता है. इस डाइट के एक तिहाई पार्ट में प्रोटीन को जरूर शामिल किया जाता है. बाकि बची दो-तिहाई डाइट में फल और सब्जियां शामिल होती हैं.
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इस डाइट में पूरे दिन एक सेट पैटर्न की डाइट तैयार की जाती है. इसका अर्थ है कि इसमें एक विशिष्ट अवधि में कैलोरी का उपभोग करना होता है और बाकि पूरे दिन आपको उपवास करना होता है. आप थोड़-थोड़े अंतराल पर फ्रूट्स और सब्जियां खा सकते हैं. इसके बाद रात में आपको पूर्ण डाइट लेने होती है.
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यह आहार उन लोगों के लिए अद्भुत काम करता है जो अधिक वजन वाले या मेटाबोलिक संबंधी समस्याओं से ग्रस्त हैं. इस डाइट में कम कार्ब वाला आहार जैसे मछली, अंडे, मक्खन, मांस और कम कार्ब वाली सब्जियां खाई जाती हैं.
हार्डकोर शाकाहारी लोगों को कम वसा और हाई फाइबर वाला खाना वजन कम करने में मदद करता है. इस तरह की डाइट में हृदय रोगों और टाइप 2 डाइबिटीज का जोखिम भी काफी कम हो जाता है. इस आहार में पूरी तरह से मांस और डेयरी उत्पादों का सेवन वर्जित होता है.
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प्रोटीन बेस्ड डाइट में 100 खाद्य पदार्थ शामिल होते हैं जो चार चरणों में विभाजित होते हैं- अटैक, क्रूज़, कन्सालिडेशन और स्थिरीकरण. पहले चरण में प्रोटीन लेने से 2-3 किलो वजन आसानी से चला जाता है. दूसरे चरण में, अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए 28 विशिष्ट सब्जियों का सेवन किया जाता है. स्थिरीकरण चरण में शुगर और स्टार्चयुक्त फूड्स को जोड़ा जाता है, जिसका उद्देश्य अतिरिक्त बढ़े वजन को कंट्रोल करना होता है. आखिरी चरण में कुछ नियमों का पालन करते हुए व्यक्ति जो चाहे वह खा सकता है.
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इस आहार योजना का फोकस आहार में कार्ब्स से छुटकारा पाना और प्रोटीन और वसा की खपत में वृद्धि करना होता है. इसी तरह डुकन आहार 4 भागों में विभाजित होती है. पहले चरण में दो हफ्तों तक 20 ग्राम कार्ब ली जाती है. बाकि अन्य चरणों में शरीर में हेल्दी कार्ब्स की पूर्ति की जाती है. लो-कार्ब डाइट होने के नाते यह पेट की वसा को कम करने में सहायक हो सकती है.

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इस डाइट में पूरे दिन एक सेट पैटर्न की डाइट तैयार की जाती है. इसका अर्थ है कि इसमें एक विशिष्ट अवधि में कैलोरी का उपभोग करना होता है और बाकि पूरे दिन आपको उपवास करना होता है. आप थोड़-थोड़े अंतराल पर फ्रूट्स और सब्जियां खा सकते हैं. इसके बाद रात में आपको पूर्ण डाइट लेने होती है.
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