पैनिक अटैक अचानक डर की भावना, कंपन, सीने में दर्द, सांस की तकलीफ, दिल की धड़कन का कम होना और अचानक चिंता की भावना होना है.
पैनिक अटैक अचानक डर की भावना, कंपन, सीने में दर्द, सांस की तकलीफ, दिल की धड़कन का कम होना और अचानक चिंता की भावना होना है. पैनिक अटैक ऐसे अटैक होते हैं जो मिनटों में शुरू हो जाते हैं. एक नॉर्मल पैनिक अटैक सेकंड और घंटों तक भी रह सकता है.
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पैनिक अटैक दो तरह के होते हैं:
1. अपेक्षित अटैक: इसमें व्यक्ति को अटैक के बारे में पहले ही अहसास हो जाता है. उदाहरण के तौर पर यदि किसी व्यक्ति को भीड़ से डर लगता है और उसे ऐसे किसी भीड़भाड़ वाले इलाके में भेज दिया जाए तो उस व्यक्ति को घबराहट और डर महसूस होने लगता है. इस तरह के लोगों को क्लॉस्ट्रोफोबिक के रूप में जाना जाता है.
2. अप्रत्याशित अटैक: ये वे अटैक हैं जो बिना किसी संकेत के अचानक हो जाते हैं. इसमें हो सकता है कि व्यक्ति आराम कर रह हो और फिर अचानक उसे अटैक आ जाए.
आमतौर पर, पैनिक अटैक अक्सर युवावस्था के दौरान शुरू होते हैं. एक सर्वे के अनुसार, पुरुषों की तुलना में महिलाओं में पैनिक अटैक अधिक आम हैं. पैनिक अटैक के कारण तनाव, तलाक, बेरोजगारी, पैसे की हानि या प्रियजनों की अचानक मौत हो सकते हैं. हालांकि, पैनिक अटैक के सही कारण अस्पष्ट हैं.
लेकिन पैनिक अटैक के कुछ वैज्ञानिक कारण भी होते हैं:
1. पैनिक अटैक होना सामान्य है. यह कोई बीमारी नहीं है. फिलहाल इसका कारण अज्ञात है. यह अनुवांशिक भी हो सकता है.
2. समाजिक चिंता विकार को सोशल डिसऑर्डर के नाम से भी जाना जाता है. कुछ लोग खास सामाजिक परिस्थिति में नर्वस हो जाते हैं. सोशल इवेंट्स, वाद-विवाद प्रतियोगिता में हिस्सा लेकर इस समस्या से निजात पाई जा सकती है.
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3. पोस्ट ट्रॉमा डिसऑर्डर एक मानसिक विकार है. जीवन में घटित किसी दर्दनाक घटना के कारण व्यक्ति इसकी चपेट में आ जाता है. दर्दनाक घटनाएं जैसे यौन हमले, बाल शोषण या बलात्कार के कारण रोगी दिमागी रूप से काफी कमजोर हो जाता है. पोस्ट ट्रॉमा स्ट्रेस से पीड़ित व्यक्ति को शुरुआत से ही उपचार की जरूरत होती है.
4. ड्रग यूज डिसऑर्डर को सबस्टेंस यूज़ डिसऑर्डर (एसयूडी) भी कहा जाता है. किसी चीज की लत लगना और दूसरे पर निर्भरता इस विकार के प्रमुख कारण हैं. इस विकार को ठीक करने के लिए थेरेपी और उपचार की जरूरत होती हैं.
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5. डिप्रेशन एक मानसिक विकार है, जिसमे पेशेंट को मूड बदलना, कम ऊर्जा, कम आत्म-सम्मान महसूस होने लगता है. डिप्रेशन का कारण अनुवांशिक, पर्यावरण और मनोवैज्ञानिक कारकों का संयोजन माना जाता है. आमतौर पर, सलाह और एंटीड्रिप्रेसेंट दवाओं से डिप्रशेन को ठीक किया जाता है.
आमतौर पर, स्मोकिंग और साइकोलॉजिकल तनाव पैनिक अटैक के कारण होते हैं लेकिन योग के माध्यम से इससे आसानी से छुटकारा पाया जा सकता है. पैनिक अटैक का इलाज करने के लिए एक्सरसाइज सबसे अच्छा विकल्प है. आपको अल्कोहल, कैफीन, धूम्रपान से भी दूर रहना है, ये पैनिक अटैक को बढ़ावा देते हैं.
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