द्रव्य कोशिकाओं के इर्द गिर्द घूमता है और शरीर के सामान्य काम के लिए आवश्यक होता है. कई मामलों में यह द्रव्य नुकसान भी पहुंचा सकता है.
वैज्ञानिकों ने एक ऐसी दवा की खोज की है जो सबसे भयावह किस्म के मस्तिष्क कैंसर ग्लिओब्लास्टोमा को फैलने से रोक सकती है. वर्जीनिया पॉलिटेक्निक इंस्टीट्यूट और अमेरिका में स्टेट यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने बताया कि हमारे शरीर में जो उत्तक होते हैं उनका ज्यादातर हिस्सा द्रव्य के रूप में होता है. यह द्रव्य कोशिकाओं के इर्द गिर्द घूमता है और शरीर के सामान्य काम के लिए आवश्यक होता है. कई मामलों में यह द्रव्य नुकसान भी पहुंचा सकता है.
हरी सब्जियां और संतरे के जूस के सेवन से बुढ़ापे में भी याददाश्त रहेगी मजबूत
लीवर और किडनी को खराब कर सकता है दूध! पर कैसे?
ग्लिओब्लास्टोमा में इस द्रव्य का दाब बहुत अधिक हो जाता है, जिसके कारण द्रव्य और तेजी से घूमता है और कैंसर कोशिकाओं पर फैलने का दबाव बनाता है. शोधकर्ताओं के मुताबिक, कैंसर के सामान्य उपचार में हो सकता है कि यह द्रव्य और तेजी से घूमने लगे. उन्होंने एक दवा का इस्तेमाल किया ओर पाया कि वह द्रव्य के बहाव के प्रति कैंसर कोशिकाओं के इस व्यवहार को रोक सकती है.
और खबरों के लिए क्लिक करें.
NDTV Doctor Hindi से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें Facebook पर ज्वॉइन और Twitter पर फॉलो करें... साथ ही पाएं सेहत से जुड़ी नई शोध और रिसर्च की खबरें, तंदुरुस्ती से जुड़े फीचर्स, यौन जीवन से जुड़ी समस्याओं के हल, चाइल्ड डेवलपमेंट, मेन्स हेल्थ, वुमन्स हेल्थ, डायबिटीज और हेल्दी लिविंग अपडेट्स.