कुछ लोग अपनी डाइट चार्ट को थोड़ी- सी चिटिंग करते हुए पूरा करते हैं. उदाहरण के लिए ऐसे लोग डाइट के दौरान थोड़ा बहुत मीठा खा लेते हैं या फिर फास्टफूड की एक-दो बाइट चख ही लेते हैं.

अपना डाइट चार्ट बनाने के लिए एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
आपने कई ऐसे लोग देखे होंगे जो ये शिकायत करते हैं कि वे हेल्दी डाइट और कठिन एक्सरसाइज करने के बावजूद अपना वजन कम नहीं कर पा रहे हैं. यही कारण है कि 80 फीसदी लोग निराश होकर अपने कदम पीछे कर लेते हैं. शुरुआत में कुछ विफलताओं के बाद, पहले 3 से 6 महीनों के दौरान लोग कोशिश करना बंद कर देते हैं. केवल कुछ ही लोग ऐसे हैं जो कदम आगे बढ़ाते हैं और बेहतर ट्रेनर ढूंढने का प्रयास करते हैं. सही मार्गदर्शन प्राप्त करें और अपने भोजन और व्यायाम के दौरान अंतराल और कमियों का पता लगाएं. मैंरे 22 सालों के अपने एक्सपीरियंस के अनुसार मैंने देखा है कि अधिकांश लोग अपने बॉडी टाइप को समझते ही नहीं हैं.
आपनी फिटनेस के प्रति निराश होने और वर्कआउट रोकने से पहले इन टिप्स का पालन जरूर करें:
1. अपने साथी या फ्रेंड्स के प्लान को न करें फॉलो
किसी और की डाइट या वर्कआउट का पालन न करें. हर व्यक्ति की जरूरत और लाइफस्टाइल दूसरे से अलग होता है. इसलिए आपकी योजना, चाहे वह डाइट की हो या वर्कआऊट की, आपकी व्यक्तिगत ज़रूरतों, फिटनेस स्तरों, समग्र स्वास्थ्य स्थिति आदि के आधार पर तय होनी चाहिए. किसी और की डाइट और एक्सरसाइज आपके फिटनेस स्तर के अनुरूप नहीं हो सकती है. इसके अलावा, अपना डाइट चार्ट बनाने के लिए एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें. वह आपकी उम्र, लिंग, बॉडी टाइप और आवश्यकताओं के अनुरूप आपका डाइट चार्ट तैयार करने में आपकी मदद करेगा. किसी भी हार्ड डाइट चार्ट को ट्राई न करें.
2. अपने डाइट चार्ट पर रखें नजर
मैंने देखा है कि कुछ लोग अपनी डाइट चार्ट को थोड़ी- सी चिटिंग करते हुए पूरा करते हैं. उदाहरण के लिए ऐसे लोग डाइट के दौरान थोड़ा बहुत मीठा खा लेते हैं या फिर फास्टफूड की एक-दो बाइट चख ही लेते हैं. 4 से 5 लोग ही हैं जो ये मानते हैं कि ऐसी चालाकी कभी-कभी ही ठीक होती है. वास्तव में आपकी ये चालाकी आपकी 1 हफ्ते की मेहनत पर पानी फैरने के लिए काफी है. यह आपके बॉडी फैट पर निर्भर करता है कि आप हफ्ते में या 15 दिन में 1 बार चालाकी कर सकते हैं या नहीं. ध्यान रहे एक बार अगर आपने अपने लक्ष्य को पा लिया तो फिर आप जो चाहे वो खा सकते हैं. आप हफ्ते में 1 बार या 15 दिन में 1 बार फास्टफूड खा सकते हैं, लेकिन इसके साथ ही आपको हेल्दी खाने की आदत का पालन भी करते रहना होगा.
3. खुद को करें चैलेंज
कुछ लोग एक्सरसाइज करते समय अपने आपको अधिक पुश नहीं करते और अपने कम्फर्ट जोन से बाहर निकलना ही नहीं चाहते. आपकी एक्सरसाइज के सफल न होने का ये भी एक कारण है. कभी-कभी, वे गलत स्वरूप का अनुसरण करते हैं जो सचमुच उनकी कसरत के प्रभाव को 60 प्रतिशत कम कर देता है. इससे उन्हें चोट लगने के खतरे की संभावना भी बढ़ जाती है.
(मुंबई के विनोद चन्ना कई फिल्मी सितारों के ट्रेनर और कंसल्टेंट हैं.)
आपनी फिटनेस के प्रति निराश होने और वर्कआउट रोकने से पहले इन टिप्स का पालन जरूर करें:
1. अपने साथी या फ्रेंड्स के प्लान को न करें फॉलो
किसी और की डाइट या वर्कआउट का पालन न करें. हर व्यक्ति की जरूरत और लाइफस्टाइल दूसरे से अलग होता है. इसलिए आपकी योजना, चाहे वह डाइट की हो या वर्कआऊट की, आपकी व्यक्तिगत ज़रूरतों, फिटनेस स्तरों, समग्र स्वास्थ्य स्थिति आदि के आधार पर तय होनी चाहिए. किसी और की डाइट और एक्सरसाइज आपके फिटनेस स्तर के अनुरूप नहीं हो सकती है. इसके अलावा, अपना डाइट चार्ट बनाने के लिए एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें. वह आपकी उम्र, लिंग, बॉडी टाइप और आवश्यकताओं के अनुरूप आपका डाइट चार्ट तैयार करने में आपकी मदद करेगा. किसी भी हार्ड डाइट चार्ट को ट्राई न करें.
2. अपने डाइट चार्ट पर रखें नजर
मैंने देखा है कि कुछ लोग अपनी डाइट चार्ट को थोड़ी- सी चिटिंग करते हुए पूरा करते हैं. उदाहरण के लिए ऐसे लोग डाइट के दौरान थोड़ा बहुत मीठा खा लेते हैं या फिर फास्टफूड की एक-दो बाइट चख ही लेते हैं. 4 से 5 लोग ही हैं जो ये मानते हैं कि ऐसी चालाकी कभी-कभी ही ठीक होती है. वास्तव में आपकी ये चालाकी आपकी 1 हफ्ते की मेहनत पर पानी फैरने के लिए काफी है. यह आपके बॉडी फैट पर निर्भर करता है कि आप हफ्ते में या 15 दिन में 1 बार चालाकी कर सकते हैं या नहीं. ध्यान रहे एक बार अगर आपने अपने लक्ष्य को पा लिया तो फिर आप जो चाहे वो खा सकते हैं. आप हफ्ते में 1 बार या 15 दिन में 1 बार फास्टफूड खा सकते हैं, लेकिन इसके साथ ही आपको हेल्दी खाने की आदत का पालन भी करते रहना होगा.
3. खुद को करें चैलेंज
कुछ लोग एक्सरसाइज करते समय अपने आपको अधिक पुश नहीं करते और अपने कम्फर्ट जोन से बाहर निकलना ही नहीं चाहते. आपकी एक्सरसाइज के सफल न होने का ये भी एक कारण है. कभी-कभी, वे गलत स्वरूप का अनुसरण करते हैं जो सचमुच उनकी कसरत के प्रभाव को 60 प्रतिशत कम कर देता है. इससे उन्हें चोट लगने के खतरे की संभावना भी बढ़ जाती है.
(मुंबई के विनोद चन्ना कई फिल्मी सितारों के ट्रेनर और कंसल्टेंट हैं.)
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