होम »  लिविंग हेल्दी & nbsp;»  मोटापा करना है कम, तो घर के बाहर ही उतारे जूते!

मोटापा करना है कम, तो घर के बाहर ही उतारे जूते!

दुनिया भर के करोड़ों लोगों में मोटापे का खतरा बढ़ा है. कम उम्र के बच्चे भी इससे अछूते नहीं रह गए हैं.

मोटापा करना है कम, तो घर के बाहर ही उतारे जूते!

हमारे देश में एक रिवाज है कि जब हम कहीं बाहर से आते हैं, तो बाहर के जूते-चप्पल बाहर ही निकाल देते हैं और घर में पहनने के लिए अगल जूते या चप्पलों का इस्तेमाल करते हैं. बहुत समय पहले तो घर में पहनने के लिए खड़ाऊं का इस्तेमाल किया जाता था. लेकिन नई जनरेशन के आने के बाद धीरे-धीरे ये सभी चीजे छूटती गईं. 

अब लोग इस बात में आलस मानने लगे हैं कि वे घर के बाहर ही जूते उतारें. लेकिन हम आपको एक ऐसी खबर बताने जा रहे हैं, जिसके बाद आप यकीनन इस नियम को अपनाना चाहेंगे. और वह बात ये है कि अगर आप अपने जूते घर के बाहर उतारेंगे तो मोटापा कम कर सकते हैं. 

जी हां, घर में आने से पहले जूते उतारने से व्यक्ति के चुस्त - दुरुस्त रहने में मदद मिल सकती है क्योंकि यह हार्मोन में बदलाव लाने वाले रसायनों को घर के भीतर एकत्रित होने से रोकता है.
 

स्वास्थ्य सुविधाएं: 195 देशों में 145वें नंबर पर भारत, भूटान और श्रीलंका भी आगे...


हाल में जारी एक अध्ययन के निष्कर्ष में यह सुझाया गया है. दुनिया भर के करोड़ों लोगों में मोटापे का खतरा बढ़ा है. कम उम्र के बच्चे भी इससे अछूते नहीं रह गए हैं. 

हमारे शरीर में वसा एकत्रित करने वाले और उनके प्रसंस्करण के लिए जिम्मेदार रसायनों को ‘ओबसोजिन्स’ कहा जाता है. इन रसायनों को ही मोटापे के बढ़ते मामलों के लिए संभावित तौर पर जिम्मेदार बताया जाता है. 

पुर्तगाल स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ एवियरो एवं यूनिवर्सिटी ऑफ बेयारा इंटीरियर के अनुसंधानकर्ताओं ने पहले से किये गए अध्ययनों की समीक्षा की और बताया कि भोजन, घरों की धूल और साफ-सफाई, रसोई या साज-सज्जा में प्रयुक्त रसायनों जैसे दैनिक इस्तेमाल की वस्तुओं के जरिये ये ओबसोजिन्स घर में पहुंचते हैं. 


तो यह है देश में बढ़ती असमय मौतों की वजह, जानें क्या संभव है बच पाना...


लिस्बन विश्वविद्यालय की अना कैटरीना सोसा ने कहा, ‘‘ओबसोजिन्स किसी भी जगह मिल सकता है. हमारा खाना इसका सबसे बड़ा स्रोत है क्योंकि कुछ कीटाणुनाशक और कृत्रिम मीठे पदार्थ ओबजिन्स हैं.’’ 

सोसा ने कहा, ‘‘इसी प्रकार वे प्लास्टिक और घरेलू सामानों में विद्यमान होते हैं. इसलिए पूरी तरह उसके संपर्क से बाहर होना बहुत मुश्किल है लेकिन उल्लेखनीय रूप से उसमें कमी लाना ना सिर्फ मुमकिन है बल्कि बहुत आसान भी है.’’ 
 

मीनोपॉज या ओस्टियोआर्थराइटिस में है क्या संबंध, कैसे निपटें


इस अध्ययन के आधार पर अनुसंधानकर्ताओं ने घर में प्रवेश करते समय जूते खोलने का सुझाव दिया ताकि ऐसे दूषित पदार्थ जूते के सोल के जरिये घर में ना पहुंच सकें. उन्होंने समय-समय पर सफाई करने और घर या कार्यस्थल पर कम - से - कम कारपेट बिछाने के लिए भी कहा है.

अनुसंधानकर्ताओं ने लोगों को ताजा खाना खाने और ऑर्गेनिक फलों को तरजीह देने का परामर्श दिया. 

और खबरों के लिए क्लिक करें. 

 

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

NDTV Doctor Hindi से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें Facebook  पर ज्वॉइन और Twitter पर फॉलो करें... साथ ही पाएं सेहत से जुड़ी नई शोध और रिसर्च की खबरें, तंदुरुस्ती से जुड़े फीचर्स, यौन जीवन से जुड़ी समस्याओं के हल, चाइल्ड डेवलपमेंट, मेन्स हेल्थवुमन्स हेल्थडायबिटीज  और हेल्दी लिविंग अपडेट्स. 

वेब स्टोरीज़
--------------------------------विज्ञापन---------------------------------- -