अभियान के दौरान मौसमी बीमारियों की रोकथाम एवं विशेष रूप से मच्छरों की रोकथाम पर विशेष ध्यान दिया जाएगा. पेयजल टंकियों की सफाई करवाने के साथ ही जल स्रोतों पर एन्टीलार्वा गतिविधियां आयोजित की जाएंगी.
राजस्थान प्रदेश में एक मई से 30 जून तक संचालित किए जाने वाले 'राजस्व लोक अदालत अभियान न्याय आपके द्वार' के दौरान चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा 'मेरा गांव-स्वस्थ गांव' अभियान चलाया जाएगा. अभियान के दौरान राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाली लगभग 75 प्रतिशत आबादी की स्वास्थ्य जांच के साथ ही मौसमी बीमारियों व मच्छरों की रोकथाम के लिए अनेक गतिविधियां आयोजित की जाएंगी.
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री कालीचरण सराफ ने सोमवार को सीफू में 'मेरा गांव-स्वस्थ गांव' अभियान के शुभारम्भ के अवसर पर आयोजित बैठक में यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि एन्टीलार्वा गतिविधियां, पेयजल स्रोतों की सफाई व क्लोरीनेशन, फॉगिंग, मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए प्रचार-प्रसार गतिविधियों के साथ ही टीबी रोकथाम व तम्बाकू उपयोग के रोकथाम पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा.
सराफ ने दो माह के इस विशेष अभियान के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में घर-घर जाकर जांच के साथ ही मौसमी बीमारियों की रोकथाम पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि इस दौरान मौसमी बीमारियों की संभावना को देखते हुए शहरी क्षेत्रों में भी स्वास्थ्य सेवाओं में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरती जाए. उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के समस्त अधिकारियों व चिकित्साकर्मियों से इस अभियान के दौरान विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए.
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि अभियान के दौरान 43,440 ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता समितियों एवं 4,708 महिला आरोग्य समितियों के लगभग 7 लाख 22 हजार सदस्यों का आमुखीकरण किया जाएगा. उन्होंने बताया कि अभियान के दौरान एएनएम या आशा या वीएचएससी के सदस्यों द्वारा घर-घर सर्वेक्षण किया जाएगा एवं बुखार, उल्टी-दस्त, लू-तापघात, पीलिया, हाइपरटेंशन, डायबिटिज, टीबी आदि बीमारियों के बारे में सर्वेक्षण किया जाएगा.
अभियान के दौरान मौसमी बीमारियों की रोकथाम एवं विशेष रूप से मच्छरों की रोकथाम पर विशेष ध्यान दिया जाएगा. पेयजल टंकियों की सफाई करवाने के साथ ही जल स्रोतों पर एन्टीलार्वा गतिविधियां आयोजित की जाएंगी.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री कालीचरण सराफ ने सोमवार को सीफू में 'मेरा गांव-स्वस्थ गांव' अभियान के शुभारम्भ के अवसर पर आयोजित बैठक में यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि एन्टीलार्वा गतिविधियां, पेयजल स्रोतों की सफाई व क्लोरीनेशन, फॉगिंग, मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए प्रचार-प्रसार गतिविधियों के साथ ही टीबी रोकथाम व तम्बाकू उपयोग के रोकथाम पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा.
सराफ ने दो माह के इस विशेष अभियान के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में घर-घर जाकर जांच के साथ ही मौसमी बीमारियों की रोकथाम पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि इस दौरान मौसमी बीमारियों की संभावना को देखते हुए शहरी क्षेत्रों में भी स्वास्थ्य सेवाओं में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरती जाए. उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के समस्त अधिकारियों व चिकित्साकर्मियों से इस अभियान के दौरान विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए.
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि अभियान के दौरान 43,440 ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता समितियों एवं 4,708 महिला आरोग्य समितियों के लगभग 7 लाख 22 हजार सदस्यों का आमुखीकरण किया जाएगा. उन्होंने बताया कि अभियान के दौरान एएनएम या आशा या वीएचएससी के सदस्यों द्वारा घर-घर सर्वेक्षण किया जाएगा एवं बुखार, उल्टी-दस्त, लू-तापघात, पीलिया, हाइपरटेंशन, डायबिटिज, टीबी आदि बीमारियों के बारे में सर्वेक्षण किया जाएगा.
अभियान के दौरान मौसमी बीमारियों की रोकथाम एवं विशेष रूप से मच्छरों की रोकथाम पर विशेष ध्यान दिया जाएगा. पेयजल टंकियों की सफाई करवाने के साथ ही जल स्रोतों पर एन्टीलार्वा गतिविधियां आयोजित की जाएंगी.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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