What Is Black Fungus?: इस बीमारी में में कुछ गम्भीर मरीजों को बचाने के लिए उनकी आंखें निकालनी पड़ रही है. ब्लैक फंगस क्या है और किन लोगों में ज्यादा हो रही है? इसके बारे में पूरी जानकारी दी डॉ. राहिल चौधरी, कैटरेक्टिव एंड रिफ्रैक्टिव सर्जन ने...
Black Fungus: भारत के अलग-अलग राज्यों से ब्लैक फंगस के मामले सामने आ रहे हैं
खास बातें
- भारत के अलग-अलग राज्यों से ब्लैक फंगस के मामले सामने आ रहे हैं.
- इम्यूनिटी बहुत कमजोर होने पर ब्लैक फंगस की बीमारी हो जाती है.
- ब्लैक फंगस की बीमारी मुंह से शुरू होती है.
कोरोनावायरस के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं, वहीं अब एक और बीमारी म्यूकोरमाइकोसिस जिसे ब्लैक फंगस कहते हैं लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गई है. कोविड-19 (COVID-19) से ठीक होने वाले बहुत से लोग हाल ही में ब्लैक फंगस या म्यूकोरमाइकोसिस रोग से पीड़ित हो रहे हैं. इसकी वजह से कई लोगों की भारत में जान भी चली गई है. भारत के अलग-अलग राज्यों से ब्लैक फंगस के मामले सामने आ रहे हैं. दूसरी लहर में कोविड के मरीज ज्यादा गंभीर हो रहे हैं. कई मरीजों को स्टेरोइड देकर बचाया जा रहा है. ऐसे स्टेरोइड के हैवी डोज से कई मरीजों को ‘म्यूकोरमाइकोसिस' यानी ‘ब्लैक फ़ंगस' नाम की बीमारी भी हो रही है. इस बीमारी में में कुछ गम्भीर मरीजों को बचाने के लिए उनकी आंखें निकालनी पड़ रही है. ब्लैक फंगस क्या है और किन लोगों में ज्यादा हो रही है? इसके बारे में पूरी जानकारी दी डॉ. राहिल चौधरी (Dr. Rahil Chaudhary), कैटरेक्टिव एंड रिफ्रैक्टिव सर्जन ने...
ब्लैक फंगस क्या है और क्यों होती है? | What Is Black Fungus Disease And Causes?
डॉक्टर राहिल चौधरी का कहना है कि, "ब्लैक फंगस कोई नई बीमारी नहीं है, जब पिछले साल कोरोनावायरस शुरू हुआ था तो, उसमें भी कई लोगों को ब्लैक फंगस की बीमारी हुई थी. उस समय इतने कम लोगों को हुई कि यह बात मीडिया में नहीं आई. इस बार दूसरी लहर बहुत ज्यादा घातक है और बहुत से लोग इससे संक्रमित हुए हैं और इसी वजह से ब्लैक फंगस की बीमारी के ज्यादा पेशेंट आ रहे हैं."
जब किसी पेशेंट की इम्यूनिटी कमजोर हो जाती है तो उसे ब्लैक फंगस की बीमारी हो जाती है. साथ ही कोरोना के गंभीर मरीजों को ठीक करने के लिए स्टेरोइड भी दिए जाते हैं. ये स्टेरोइड आपकी बॉडी की इम्यूनिटी को और कम कर देते हैं.
किन लोगों को होती है ब्लैक फंगस की बीमारी | Which People May Have Black Fungus Disease
डॉ. राहिल का कहना है कि, अगर कोरोनावायरस की बीमारी किसी ऐसे पेशेंट को हुई हो कि जिसकी पहले से ही इम्यूनिटी कमजोर हो, तो मान लीजिए डायबिटीज का पेशेंट्स हो, एचआईवी का पेशेंट हो, कैंसर का पेशेंट हो, या किसी का ट्रांसप्लांट हुआ हो, या कोई पेशेंट कोई ऐसी दवाई खा रहा हो जिससे इम्यूनिटी वैसे ही कम हो जाती है. इस तरह के पेंशेंट को जब कोरोना हो रहा है और स्टेरॉइड चल रहा है, तो उनकी इम्यूनिटी इतनी कम हो जाती है कि ये ब्लैक फंगस की बीमारी हो जाती है.
अगर आपकी बॉडी हेल्दी है, इम्यूनिटी अच्छी है आपको कोरोना इंफेशन हुआ और कोरोना से रिकवर हो गए तो जिसकी इम्यूनिटी कमजोर है उसकी तुलना में आपको ब्लैक फंगस होने की आशंका कम है, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि आप लापरवाह हो जाएं. आपको पता होना चाहिए कि ब्लैक फंगस में होता क्या-क्या है.
कैसे पहचानें आपको ब्लैक फंगस बीमारी हो रही है? | How To Identify If You Are Getting Black Fungus Disease?
कई लोग कोरोना से रिकवर होने के बाद शिकायत करते हैं कि उनको मुंह में सूजन महसूस हो रही है, या नाम स्टफी लग रही है. ये लक्षण ब्लैक फंगस के भी हो सकते हैं, जिसका समय रहते इलाज नहीं किया गया तो यह बीमारी घातक हो सकती है पेशेंट की मौत भी हो सकती है. यहां कुछ लक्षण हैं जिससे आप ये पता कर सकते हैं आपको ब्लैक फंगस की बीमारी हो रही है-
- अगर आप कोरोना से रिकवर कर रहे हैं या कोरोना से रिकवर हो चुके हैं तो उसके बाद भी सांस लेने में बहुत ज्यादा दिक्कत हो रही है.
- ऐसा लग रहा है कि नाक में कुछ फंसा हुआ.
- नाक में सूजन आ रही हो.
- यह बीमारी नाक और मुंह से शुरू होती है. अगर नाक में इस तरह के समस्या हो रही है, तो हो सकता है आपको ब्लैक फंगस की समस्या हो रही हो.
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ब्लैक फंगस आंख को कैसे नुकसान पहुंचा रही है?
ब्लैक फंगस नाक और मुंह से शुरू होकर धीरे-धीरे ऊपर जाती है, तो जैसे-जैसे ऊपर जाती है आपके साइनस को इफेक्ट करती है. उसकी वजह से मुंह सूज सकता है. मुंह पर लाली आ सकती है. और ऊपर जाने पर यह आंखों को इफेक्ट कर सकती है. जब ये आंख के ऑर्बिट तक पहुंचती है तो हो सकता है आंख में सूजन आ जाए. आंख बाहर की तरफ निकल जाए. आंख लाल हो जाए. आंख हिलाने में दिक्कत हो, आंखों की रोशनी कम हो जाए आदि. ये बीमारी और ऊपर ब्रेन को भी इफेक्ट कर सकती है.
ब्लैक फंगस मुंह के ऊपर ही नहीं नीचे यानि फेफड़ोंतक भी आ सकता है, तो आपको सांस लेने में दिक्कत आ सकती है. अगर आपको इस तरह की कोई परेशानी या लक्षण महसूस होते हैं तो तुरंत डॉक्टर से मिलें.
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ब्लैक फंगस का इलाज कैसे करें?
अगर आपके डॉक्टर को लगता है आपको ब्लैक फंगस के लक्षण हैं, तो वह आपका सीटी स्कैन या आमआरआई करा कर देखेगा. हो सकता है आपका डॉक्टर आपको बायोप्सी कराने के लिए कहें. बायोप्सी में आपकी शरीर से एक छोटा सा टिश्यू निकालकर माइक्रोस्कोप में देखते हैं कि कहीं ये ब्लैक फंगस तो नहीं है. डॉक्टर राहित का कहना कि ब्लैक फंगस की बीमारी का अगर जल्दी पता लगाया जाए तो इसका आसानी से इलाज किया जा सकता है. इसके इलाज में एंटी फंगल दवाइयों का इस्तेमाल किया जाता है. अगर ये इंफेक्शन बॉडी में बहुत ज्यादा फैल गया तो इसको कंट्रोल करना मुश्किल होता है.
(डॉ. राहिल चौधरी, कैटरेक्टिव एंड रिफ्रैक्टिव सर्जन)
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