जिन खाद्य पदार्थों को प्रिजर्व किया जाता है, उसमें नमक अधिक मात्रा में प्रयोग किया जाता है. इसके पीछे कारण यह है कि नमक खाने को खराब होने से बचाता है और भोजन को लंबे समय तक खाने योग्य बनाता है
हाई ब्लड प्रेशर के हैं शिकार तो इन चीजों से करें परहेज
अगर आपका ब्लड प्रेशर नॉर्मल लेवल से अधिक रहता है तो, इस स्थिति को हायपरटेंशन या हाई ब्लड प्रेशर/हाई बीपी के रूप में माना जाता है. भारत में ब्लड प्रेशर की समस्या से काफी लोग पीड़ित हैं. खराब लाइफस्टाइल और अस्वस्थ भोजन ने बहुत से लोगों को हाई ब्लड प्रेशर से जुड़ी समस्यों से पीड़ित कर दिया है. उच्च रक्तचाप के रोगियों को प्रोटीन, कम वसायुक्त डेयरी, फल और सब्जियां खाने की सलाह दी जाती है. यदि आप उच्च रक्तचाप के रोगी हैं तो नमक और पैकेट वाले खाद्य पदार्थ या बहुत से प्रिजर्वेटिव वाले भोजन से बचना चाहिए.
क्लिनिकल नूट्रिशनिस्ट मोनीषा अशोकन कहती हैं, "उच्च रक्तचाप से पीड़ित लोगों को कैफीन से बचना चाहिए, क्योंकि यह शरीर में नमक के प्रवाह को बाध्य करता है. कुछ खास हरी पत्तेदार सब्जियों के सेवन से भी आपको परहेज करनी चाहिए. उच्च रक्तचाप वाले लोगों को पानी अधिक पीना चाहिए."
आइए जानते हैं कि हाई बीपी के रोगियों को किन खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए:
1. नमक
जो लोग हाई बीपी से परेशान हैं या फिर जिनको हार्ट संबंधी समस्याएं है उन्हें नमक और सोडियम से जितना हो सके बचना चाहिए. कैन्ड सूप और टमाटर प्रोडक्ट्स, फ्रोज़न पिज्जा, पैक्ड वेजिटेबल जूस में सोडियम की काफी मात्रा पाई जाती है.
2. अचार
जिन खाद्य पदार्थों को प्रिजर्व किया जाता है, उसमें नमक अधिक मात्रा में प्रयोग किया जाता है. इसके पीछे कारण यह है कि नमक खाने को खराब होने से बचाता है और भोजन को लंबे समय तक खाने योग्य बनाता है. लेकिन जब तक भोजन को प्रिजर्व नहीं किया जाता तब तक उसमें सोडियम की मात्रा अधिक होती है. इसलिए, उच्च रक्तचाप से पीड़ित लोगों को अचार ये दूर रहना चाहिए.
3. चीनी
अत्याधिक चीनी मोटापे का कारण बनती है. इसके अलावा, अत्यधिक मात्रा में चीनी का सेवन उच्च रक्तचाप से पीड़ित रोगियों पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है.
4. अल्कोहल
अत्यधिक मात्रा में शराब का सेवन रक्तचाप बढ़ने का कारण हो सकता है. इसके अलावा, अगर आप रक्तचाप को कंट्रोल करने के लिए दवाएं ले रहे हैं तो अल्कोहल उसके प्रभाव को कम कर सकती है. शराब में कैलोरी की मात्रा अधिक पाई जाती है. यह मोटापे का कारण भी बन सकती है और आपका बीपी भी बढ़ा सकती है.
क्या हैं विकल्प?
ब्लड प्रेशर के रोगियों को अपनी डाइट में अधिक मात्रा में सब्जियां और फल शामिल करने चाहिएं. इनमें वे सभी पोषक तत्व जैसे पोटेशियम, फाइबर और एंटीऑक्सिडेंट होते हैं जिनकी आपको आवश्यकता होती है. उच्च रक्तचाप से निपटने के लिए खुद को भूखा रखने की जरूरत नहीं है. बस जरूरत है तो अपनी डाइट को बैलेंस करने की. (मोनीषा अशोकन क्लिनिकल नूट्रिशनिस्ट हैं)
क्लिनिकल नूट्रिशनिस्ट मोनीषा अशोकन कहती हैं, "उच्च रक्तचाप से पीड़ित लोगों को कैफीन से बचना चाहिए, क्योंकि यह शरीर में नमक के प्रवाह को बाध्य करता है. कुछ खास हरी पत्तेदार सब्जियों के सेवन से भी आपको परहेज करनी चाहिए. उच्च रक्तचाप वाले लोगों को पानी अधिक पीना चाहिए."
आइए जानते हैं कि हाई बीपी के रोगियों को किन खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए:
1. नमक
जो लोग हाई बीपी से परेशान हैं या फिर जिनको हार्ट संबंधी समस्याएं है उन्हें नमक और सोडियम से जितना हो सके बचना चाहिए. कैन्ड सूप और टमाटर प्रोडक्ट्स, फ्रोज़न पिज्जा, पैक्ड वेजिटेबल जूस में सोडियम की काफी मात्रा पाई जाती है.
2. अचार
जिन खाद्य पदार्थों को प्रिजर्व किया जाता है, उसमें नमक अधिक मात्रा में प्रयोग किया जाता है. इसके पीछे कारण यह है कि नमक खाने को खराब होने से बचाता है और भोजन को लंबे समय तक खाने योग्य बनाता है. लेकिन जब तक भोजन को प्रिजर्व नहीं किया जाता तब तक उसमें सोडियम की मात्रा अधिक होती है. इसलिए, उच्च रक्तचाप से पीड़ित लोगों को अचार ये दूर रहना चाहिए.
3. चीनी
अत्याधिक चीनी मोटापे का कारण बनती है. इसके अलावा, अत्यधिक मात्रा में चीनी का सेवन उच्च रक्तचाप से पीड़ित रोगियों पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है.
4. अल्कोहल
अत्यधिक मात्रा में शराब का सेवन रक्तचाप बढ़ने का कारण हो सकता है. इसके अलावा, अगर आप रक्तचाप को कंट्रोल करने के लिए दवाएं ले रहे हैं तो अल्कोहल उसके प्रभाव को कम कर सकती है. शराब में कैलोरी की मात्रा अधिक पाई जाती है. यह मोटापे का कारण भी बन सकती है और आपका बीपी भी बढ़ा सकती है.
क्या हैं विकल्प?
ब्लड प्रेशर के रोगियों को अपनी डाइट में अधिक मात्रा में सब्जियां और फल शामिल करने चाहिएं. इनमें वे सभी पोषक तत्व जैसे पोटेशियम, फाइबर और एंटीऑक्सिडेंट होते हैं जिनकी आपको आवश्यकता होती है. उच्च रक्तचाप से निपटने के लिए खुद को भूखा रखने की जरूरत नहीं है. बस जरूरत है तो अपनी डाइट को बैलेंस करने की. (मोनीषा अशोकन क्लिनिकल नूट्रिशनिस्ट हैं)
टिप्पणी
NDTV Doctor Hindi से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें Facebook पर ज्वॉइन और Twitter पर फॉलो करें... साथ ही पाएं सेहत से जुड़ी नई शोध और रिसर्च की खबरें, तंदुरुस्ती से जुड़े फीचर्स, यौन जीवन से जुड़ी समस्याओं के हल, चाइल्ड डेवलपमेंट, मेन्स हेल्थ, वुमन्स हेल्थ, डायबिटीज और हेल्दी लिविंग अपडेट्स.