Digestion: बच्चों में भी होती है एसिडिटी की समस्या, जानें बच्चों में पेट की गैस के लक्षण, कारण और उपाय!
How To Avoid Acidity: जब आपको पेट में गैस की समस्या (Acidity Problem) होती है तो पेट दर्द (Stomach Pain) के साथ पूरे शरीर में दर्द (Body Pain) हो सकता है. एसिडिटी (Acidity) होने पर आपका कुछ खाने का भी मन नहीं करता है. पेट की गैस की समस्या आमतौर हमारे खानपान की वजह से होती है, लेकिन एसिडिटी की समस्या (Acidity Problem) सिर्फ बड़े लोगों में ही नहीं बच्चों में भी हो सकती है.
Story Highlights
Acidity In Children: जब आपको पेट में गैस की समस्या (Acidity Problem) होती है तो पेट दर्द (Stomach Pain) के साथ पूरे शरीर में दर्द (Body Pain) हो सकता है. एसिडिटी (Acidity) होने पर आपका कुछ खाने का भी मन नहीं करता है. पेट की गैस की समस्या आमतौर हमारे खानपान की वजह से होती है, लेकिन एसिडिटी की समस्या (Acidity Problem) सिर्फ बड़े लोगों में ही नहीं बच्चों में भी हो सकती है. बच्चों के पेट में गैस होने के लक्षण (Signs Of Stomach Gas In Children) दिखने पर तुरंत एसिडिटी का इलाज (Acidity Treatment) करना चाहिए. बच्चों में इसके लक्षण सामान्य तौर पर बार-बार उल्टी करना, लगातार रोते रहना हो सकते हैं. पेरेंट्स को बच्चों में दिखने वाले इन लक्षणों को पहचानने की जरूरत है ताकि बच्चों को एसिडिटी से बचाया जा सके. जब आप बच्चों में एसिडिटी के लक्षण (Symptoms Of Acidity) नहीं पहचान पाते हैं तो आप उनको पानी पिलाकर या दूध पिलाकर छुप कराने की कोशिश करते हैं. जब बड़े लोग पेट की गैस की समस्या से परेशान होते हैं तो हम कई तरह के नुस्खे (Remedies) अपनाते हैं, लेकिन बच्चों में एसिडिटी होने पर क्या करें यह जानना काफी जरूरी है. यहां जानें बच्चों को क्यों होती है एसिडिटी और बच्चों में एसिडिटी के उपाय...
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क्यों होती है एसिडिटी की समस्या?
एसिडिटी की समस्या सामान्य रूप से खाना पचाने की प्रक्रिया से जुड़ी है. दरअसल खाना पचाने के लिए पेट हाइड्रोक्लोरिक एसिड का उत्सर्जन करता है. आमतौर पर यह एसिड पेट में ही रहता है और भोजन नली के संपर्क में नहीं आता, लेकिन कई बार विकृति आने पर भोजन नली अपने आप खुल जाती है और एसिड भोजन नली में पहुंच जाता है. इससे सीने में जलन और पेट में जलन जैसी समस्याएं हो सकती है.
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बच्चों में एसिडिटी के लक्षण | Symptoms of Acidity In Children
बच्चों में एसिडिटी के लक्षणों में बार-बार और जल्दी-जल्दी उल्टी होना, लगातार खांसी आना, दूध पीने या खाना खाने से मना कर देना, दूध या खाने के गले में फंस जाना, सीने में जलन होना, गैस होना, पेट में दर्द की समस्या, खाने के बाद लगातार रोते रहना, चिड़चिड़ापन, मुंह में खट्टा या तीखा स्वाद घुलना, वजन घटने लगना, सांस लेने में परेशानी होना, निमोनिया जैसे लक्षण हो सकते हैं.
बच्चों को एसिडिटी से बचाने के उपाय!
- दूध पिलाने के बाद बच्चे को तुरंत लिटाएं नहीं.
- अगर बच्चे को लिटा रहे हैं, तो थोड़े समय के लिए सिर को उंचा करने के लिए तकिया लगा दें.
- दूध पिलाने के बाद बच्चे को कम से कम 30 मिनट तक गोद में लेकर सीधा रखें.
- बच्चे को जितनी भूख हो उतना ही दूध पिलाएं या खाना खिलाएं.
बड़े बच्चों में एसिडिटी को कैसे रोकें
- बच्चों को खाने के बाद कम से कम 2 घंटे तक सोने या लेटने न दें.
- रात का खाना जल्दी खिलाएं.
- बच्चों को एक बार ज्यादा में खिलाने से बेहतर है कि आप थोड़ा-थोड़ा कर खिलाएं.
- फ्राइड, मसालेदार भोजन, चाय, कॉफी, कोल्ड ड्रिंक के सेवन बच्चे को दूर रखें.
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