Home »  लिविंग हेल्दी  »  इस पूर्व क्रिकेटर की हुई बाइपास सर्जरी, जानें क्या है Bypass surgery और सावधानियां...

इस पूर्व क्रिकेटर की हुई बाइपास सर्जरी, जानें क्या है Bypass surgery और सावधानियां...

बाईपास दो तरीकों से की जाती है. पहला जब इंटरनल मेमॅरी धमनी को कोरोनरी धमनी के पतले भाग से अगले भाग में जोड़ दिया जाता है.

Advertisement
इंग्लैंड के अपने जमाने के दिग्गज बल्लेबाज ज्योफ्री बायकॉट दिल की बाइपास सर्जरी से उबर रहे हैं. उनके परिजनों ने यह जानकारी दी. इस 77 वर्षीय क्रिकेटर की लीड्स में 27 जून को सर्जरी की गयी और वह दस दिन तक गहन चिकित्सा में रखा गया. एम्मा बायकॉट ने अपने पिता के ट्विटर अकाउंट पर बयान जारी करके यह जानकारी दी. बयान में कहा गया है, ‘‘सर्जन ने कहा कि आपरेशन सफल रहा और अब उन्हें सर्जरी से उबरने के लिये घर आने की अनुमति दे दी. इसमें कुछ समय लगेगा , इसलिए वह इंग्लैंड और भारत के बीच टेस्ट श्रृंखला के शुरू में कमेंट्री नहीं कर पाएंगे लेकिन उम्मीद है कि नाटिंघम में तीसरे टेस्ट मैच में वह अपने काम पर वापसी करेंगे.’’    

बायकॉट ने 1964 से 1982 के बीच इंग्लैंड की तरफ से 108 टेस्ट मैचों में 8,114 रन बनाये जिसमें 22 शतक शामिल हैं. दिल की बाईपास सर्जरी आजकल काफी बड़े पैमाने पर हो रही है. आईए हम आपको बताते हैं इससे जुड़ी हर जरूरी बात. क्या है बाइपास सर्जरी, कैसे की जाती है और इसके बाद बरतनी चाहिए कौन सी सावधानियां... 
 

Sonali Bendre से जानें कैंसर के दौरान आने वाली चुनौतियों से निपटने के तरीके


क्या है Bypass surgery
जब Angiography से यह पता चल जाता है कि मरीज को हार्ट अटैक का खतरा है, तो नुकसान से बचने के लिए भी बाईपास की जाती है. इसके अलावा Heart attack के बाद बिना किसी सर्जरी के अगर मरीज को सीने में दर्द की शिकायत हो तो जांच और जरूरत को देखते हुए ही बाईपास का विकल्प चुना जा सकता है. इसके अलावा मरीज की धमनियों में ब्लॉकेज पाई जाने पर भी बाईपास कर दी जाती है. 
 

ओरल सेक्‍स से होता है इन STD का खतरा... भुगतने पड़ सकते हैं गंभीर परिणाम


कैसे की जाती है- 
बाईपास दो तरीकों से की जाती है. पहला जब इंटरनल मेमॅरी धमनी को कोरोनरी धमनी के पतले भाग से अगले भाग में जोड़ दिया जाता है. इससे दिल के उस भाग में खून का प्रवाह शुरू हो जाता है. जब दो से ज्यादा जगह पर यह करना पड़ता है तो इसमें पैर की सबसे लंबी नस लॉन्ग सेफनस वेन का इस्तेमाल किया जाता है. कुछ सर्जन इसके लिए पैर की नस के बजाए पेट में जानेवाली गैस्ट्रो-एपिप्लोइक आर्टरी का भी इस्तेमाल करते हैं. 

इस इलाज से कम होगा दोबारा हार्ट अटैक या हार्ट फेल्योर का खतरा...


सावधानियां
- धूम्रपान से तौबा करें. आपकी यह आदत अर्टरी वॉल को नुकसान पहुंचा सकती है. 
- हार्ट बाईपास सर्जरी दिल की बीमारी का इलाज नहीं है. यह बस ब्लॉकेज को दूर करती है. इसिलए अपने दिल की सेहत का ख्याल आपको ही रखना होगा और उन सभी आदतों को छोड़ना होगा जो इसके लिए नुकसानदायक हो सकती है.
- अपने खाने में फैट और केलोस्ट्रोल को न लाएं. जरूरी है कि आप पोषक तत्‍वों से भरपूर आहार लें. यह आपकी सेहत और दिल की सेहत दोनों के लिए अच्छा साबित होगा. 
- अपने वजन पर नजर रखें. अपने डॉक्टर से पूछें कि आपके लिए आइडियल वजन कितना होना चाहिए. उसी हिसाब से अपने वजन को कम या ज्यादा करें.
- रोजाना कम से कम 4 किमी टहलें.
- इस बात का ध्यान रखें कि अगर आपको डायबिटीज भी है तो आप अपने शुगर इनटेक पर नियंत्रण जरूर रखें. नहीं तो यह भविष्य में आपके लिए बड़ी समस्या बन सकती है.
- दिल को सही रखने के लिए यह जरूरी है कि आपका ब्‍लड प्रेशर सही रहे. यह नियंत्रित होना बहुत जरूरी है.(इनपुट भाषा)

और खबरों के लिए क्लिक करें.

DoctorNDTV is the one stop site for all your health needs providing the most credible health information, health news and tips with expert advice on healthy living, diet plans, informative videos etc. You can get the most relevant and accurate info you need about health problems like diabetes, cancer, pregnancy, HIV and AIDS, weight loss and many other lifestyle diseases. We have a panel of over 350 experts who help us develop content by giving their valuable inputs and bringing to us the latest in the world of healthcare.

Advertisement