Home »  ख़बरें  »  अगर आप भी पीते हैं 'चाय', तो हाई बीपी के हो सकते हैं शिकार

अगर आप भी पीते हैं 'चाय', तो हाई बीपी के हो सकते हैं शिकार

लेखिका एरिका स्पैट्स ने कहा, "हमारे निष्कर्षों से पता चलता है कि लोगों ने स्वाभाविक रूप से हृदय की सेहत में सुधार के लिए अपने-अपने स्तर पर अलग-अलग तरीके खोज लिए हैं." 

Advertisement
उच्च रक्तचाप के रोगियों को कसरत से ज्यादा चाय पसंद

Story Highlights

हाई बीपी से परेशान लोग अपनी इस परेशानी से छुटाकारा पाने के लिए एक्सरसाइज़ नहीं बल्कि एक कप चाय और दवाई खाना ज्यादा पसंद करते हैं. एक सर्वेक्षण में 79 फीसदी उत्तरदाताओं ने कहा कि वह एक महीना अतिरिक्त जीवन जीने के लिए दवाई खाने को तैयार हैं, जबकि 78 फीसदी लोगों ने कहा कि रोजाना चाय का एक कप पीने के लिए तैयार हैं. 

यहां केवल 63 प्रतिशत ने कहा कि एक अतिरिक्त महीने जीने के लिए व्यायाम करना पसंद करेंगे.

कनेक्टिकट के याले स्कूल ऑफ मेडिसिन में सहायक प्राध्यापक व इस अध्ययन की लेखिका एरिका स्पैट्स ने कहा, "हमारे निष्कर्षों से पता चलता है कि लोगों ने स्वाभाविक रूप से हृदय की सेहत में सुधार के लिए अपने-अपने स्तर पर अलग-अलग तरीके खोज लिए हैं." 

शोधार्थियों ने इस दौरान 1,500 अमेरिकी व्यस्कों से हाई ब्लड प्रेशर से पीड़ित होने की कल्पना करने के लिए कहा था और उसके बाद पूछा था कि आप एक माह, एक साल या पांच साल अतिरिक्त जीवन जीने के लिए चारों में से कौन सा उपचार अपनाएंगे.

इन चार उपचारों में रोजाना एक कप चाय, व्यायाम, दवाएं और मासिक व अर्धमासिक इंजेक्शन के विकल्प शामिल थे. 

इस दौरान केवल 68 प्रतिशत लोगों ने कहा कि वह अतिरिक्त जीवन जीने के लिए मासिक व अर्धमासिक इंजेक्शन के विकल्प को चुनेंगे. 

सर्वेक्षण में शामिल अधिकांश लोग 45 उम्र के कम थे. इनमें आधी संख्या महिलाओं की थीं, जिनमें से अधिकांश उच्च रक्तचाप से पीड़ित थीं. (इनपुट - आईएएनएस)

DoctorNDTV is the one stop site for all your health needs providing the most credible health information, health news and tips with expert advice on healthy living, diet plans, informative videos etc. You can get the most relevant and accurate info you need about health problems like diabetes, cancer, pregnancy, HIV and AIDS, weight loss and many other lifestyle diseases. We have a panel of over 350 experts who help us develop content by giving their valuable inputs and bringing to us the latest in the world of healthcare.

Advertisement