कुत्तों के काटने के मामले बढ़े, तो सरकार ने अस्पतालों में भेजी एंटी रेबीज वैक्सीन की 26 हजार शीशियां
राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने एक बयान में कहा कि केंद्रीय औषधि प्रयोगशाला से जांच कराए जाने के बाद रेबीज रोधी टीके उपलब्ध कराए गए हैं.

केरल के कई जिलों से कुत्तों के काटने के मामलों में वृद्धि को देखते हुए राज्य सरकार ने सरकारी अस्पतालों में रेबीज रोधी टीकों की 26,000 शीशियां उपलब्ध कराई है. राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने एक बयान में कहा कि केंद्रीय औषधि प्रयोगशाला से जांच कराए जाने के बाद रेबीज रोधी टीके उपलब्ध कराए गए हैं. यह भी कहा है कि सीडीएल द्वारा जांच किए जाने के बाद टीके की और शीशियां उपलब्ध करायी जाएंगी.
कुत्ते के काटने के मामले बढ़े:
स्वास्थ्य विभाग ने बयान में कहा कि यह कदम तब उठाया गया है जब कुत्ते या बिल्ली द्वारा काटे जाने के कारण एंटी रेबीज वैक्सीन लगवाने के लिए बड़ी संख्या में लोग अस्पतालों में आ रहे हैं. इस बीच, सूत्रों ने सोमवार को बताया कि कोझीकोड जिले के पेराम्ब्रा इलाके में टीका लगवाने के बावजूद 53 वर्षीय महिला की रेबीज संक्रमण से मौत होने की आशंका है.
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उन्होंने बताया कि महिला को एक कुत्ते ने 21 जुलाई को उसके चेहरे पर काटा था तथा उसे बीते सप्ताह कोझीकोड गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन 20 अगस्त की मध्यरात्रि को उसकी मौत हो गई.
मेडिकल कॉलेज के सूत्रों ने बताया कि उसके नमूनों की जांच रिपोर्ट मिलने के बाद ही यह पुष्टि की जा सकेगी कि उसकी मौत रेबीज संक्रमण से हुई है या किसी और वजह से. इस साल जून में पलक्कड़ जिले में भी ऐसी ही घटना सामने आयी थी जिससे रेबीज संक्रमण के लिए टीके की प्रभावशीलता को लेकर सवाल उठने लगे हैं.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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